लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बांदा में हुई भूख से मौत को अत्यन्त दुःखद और शर्मनाक बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि उ0प्र0 सरकार सूखे से बदहाल व भूख से पीड़ित बुन्देलखण्ड के लोगों को राहत पहुंचाने में पूरी तरह फेल साबित हुई है। प्रेस को जारी किये गये अपने बयान में भाजपा अध्यक्ष ने उ0प्र0 सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बांदा जनपद के नरैनी तहसील के ऐला गांव के मंगूसपुरवा के दलित नन्थू की भूख से हुई मृत्यु तथा हमीरपुर के उमरी गांव के किसान रमेश द्वारा की गई आत्महत्या समाजवादी सरकार के चेहरे पर बदनुमा दाग है और इस बात का प्रमाण है कि उ0प्र0 में शासन तंत्र पूरी तरह फेल हो गया है।

श्री केशव मौर्य ने अपने बयान में कहा कि प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि  सरकार में बैठे जिम्मेदार लोग केवल बयान देकर अपने कर्तव्य की औपचारिकता पूरी करते है। भूख से मौत जैसी संवेदनशील घटनाओं के प्रति जबावदेही तय करने में सरकार पूरी तरह फेल है मुख्यमंत्री जी केवल बयान देकर डीएम/एसडीएम के विरूद्ध कार्यवाही की बात कह कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते है। उन्होंने कहा कि एक भूमिहीन दलित के घर चार दिन से चूल्हा नहीं जल रहा है और प्रशासन तंत्र इतना संवेदनहीन कि उसे खबर तक नहीं।

भाजपा अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार को घटना के लिए पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के सूखा राहत के लिए उपलब्ध कराई गई अरबों की राहत राशि को जरूरतमंद लोगों तक पहंुचाने के प्रति प्रदेश की मशीनरी कतई गंभीर नही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पैकेजिंग के साथ दिया जा रहा राशन पैकेट उ0प्र0 सरकार द्वारा जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाने की गरज से नहीं बल्कि चुनावी वर्ष में लोगों के लुभाने का प्रयास है। भाजपा अध्यक्ष ने उ0प्र0 सरकार को आगाह करते हुए कहा कि सूखा पीड़ित बुन्देलखण्ड की जनता के साथ छलावा करने से बाज आये और केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये राहत पैकेज को पारदर्शिता के साथ जरूरतमंद को पहुंचाये।