लखनऊ: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बलिया में शुरू की गयी उज्जवला योजना के तहत बीपीएल परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कंाग्रेस के कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन वीरेन्द्र मदान ने गैस कनेक्शन बांटने की योजना को अपनी सरकार की उपलब्धि बताये जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये जाने की योजना पूर्ववर्ती केन्द्र की यूपीए-2 सरकार के रहते वर्ष 2010 में ही बन गयी थी जिसमें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तत्कालीन पेट्रोलियम राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने उ0प्र0 के दो जिलों सीतापुर एवं लखीमपुर में एक लाख गैस कनेक्शन बांटकर इस योजना की शुरूआत की थी। 

श्री मदान ने कहा कि वर्तमान केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा यूपीए-2 की केन्द्र सरकार के कार्यकाल में ही शुरू की गयी योजना को नया नाम देकर वाहवाही लूटकर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। यूपीए-2 सरकार के दौरान वर्ष 2010-11 में तत्कालीन वित्त मंत्री द्वारा बीपीएल परिवारों को फ्री गैस कनेक्शन दिये जाने के मद में बजट में टोकन मनी के तौर पर कुछ धनराशि का प्रावधान किया गया था तथा प्रतिवर्ष 490 करोड़ रूपये का भार वहन करते हुए पेट्रोलियम कम्पनियों द्वारा दो वर्ष में 70 लाख गरीब परिवारों को फ्री गैस कनेक्शन दिये जाने की व्यवस्था की गयी थी।  

श्री मदान ने कहा कि इसके पूर्व भी यूपीए-1 एवं यूपीए-2 के कार्यकाल में शुरू की गयी कई योजनाओं का नाम बदलकर दुबारा से उसे शुरू कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वाहवाही लूटने का प्रयास किया जा रहा है।