मुख्यमंत्री ने पार्थ सारथी सेन शर्मा की पुस्तक ‘लव साइड बाई साइड’ के हिन्दी रूपान्तर का विमोचन किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा लिखित अंग्रेजी पुस्तक ‘लव साइड बाई साइड’ के हिन्दी रूपान्तर ‘हम हैं राही प्यार के’ का विमोचन करते हुए कहा कि इस पुस्तक को जो भी पढ़ेगा, उसे इसकी कहानी अपनी सी लगेगी। इस उपन्यास का प्रस्तुतिकरण ऐसा है कि ज्यादातर पाठक इससे अपना जुड़ाव महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि लेखन गम्भीर कार्य है, ऐसे में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अपने दायित्वों का निर्वाह करते हुए इस पुस्तक की रचना काबिले-तारीफ है और साहित्य सृजन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पहले इनकी अंग्रेजी में लिखित ‘लव साइड बाई साइड’ पुस्तक का विमोचन किया गया था, परन्तु अंग्रेजी में होने के कारण काफी लोग इसे पढ़ नहीं पा रहे थे। इसी को ध्यान में रखते हुए अब इस पुस्तक का अनुवाद प्रस्तुत किया गया है।  

श्री यादव ने कहा कि इस पुस्तक की पृष्ठभूमि 90 के दशक की है। नब्बे का दशक आर्थिक एवं सामाजिक बदलाव के लिए जाना जाता है। इसी दौरान पुरानी अर्थव्यवस्था को छोड़कर खुली अर्थव्यवस्था को अपनाने का काम शुरू हुआ था। समाज में भी तमाम बदलाव इस दशक में आए। इस दशक के दौरान समाज के उन वर्गों में भी आर्थिक चेतना जाग्रत हुई, जो अभी तक मुख्य धारा से अलग थे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री शर्मा ने अपने इस उपन्यास में 90 के उस दौर का भलीभांति चित्रण किया है। आई0ए0एस0 अधिकारी होने के कारण उन्हें स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से समाज में आने वाली आर्थिक खुशहाली और बदलावों का अनुभव था, जिसका उन्होंने पुस्तक में बखूबी वर्णन किया है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से इस बात का भी पता चलता है कि कभी-कभी बहुत सोच समझकर बनाई गई योजना की असफलता जीवन की सबसे खूबसूरत घटना बन जाती है। 

श्री यादव ने कहा कि साहित्यकार अपनी रचना के माध्यम से अपने कालखण्ड की घटनाओं, आर्थिक एवं सामाजिक परिस्थितियों, सोच इत्यादि को प्रस्तुत करता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पुस्तक नौजवानों को अच्छी लगेगी और इससे उन्हें अपने जीवन में सही फैसले लेने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग साहित्यकारों का बहुत सम्मान करते हैं। इसी क्रम में मशहूर शायर  वसीम बरेलवी जी को विधान परिषद में नामित करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय साहित्यकारों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कन्नौज की सांसद  डिम्पल यादव ने कहा कि ‘लव साइड बाई साइड’ पुस्तक का हिन्दी अनुवाद उपलब्ध होने के कारण अब इसे काफी लोग पढ़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि श्री शर्मा ने पुस्तक में उस दशक की आर्थिक-सामाजिक परिस्थितियों का बहुत ही सजीव चित्रण किया है। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों से उबरने में परिवार का सहारा बहुत महत्वपूर्ण होता है। 

पुस्तक के लेखक पार्थ सारथी सेन शर्मा ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस पुस्तक को काफी लोगों ने पढ़ा है। कुछ लोगों ने इसकी प्रशंसा की तो कुछ ने आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि पुस्तक 1990 के दशक की आर्थिक-सामाजिक परिस्थितियों पर आधारित है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पुस्तक के विमोचन के लिए समय देने के लिए धन्यवाद दिया।