शराब पर अंकुश लगाए बिना स्वस्थ समाज की परिकल्पना बेमानी: शेखर दीक्षित
लखनऊ: किसान मंच ने शक्तिशाली भारत के पुनर्निर्माण के लिये वैचारिक जनआन्दोलन में एक राय बनाने की मुहिम शुरू करने जा रहा है। इसी मुहीम के अंतर्गत किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने संवाददाता सम्मेलन में आज 15 मई के कार्यक्रम का पोस्टर भी जारी किया। ज्ञात हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी 15 मई को स्थानीय रवीन्द्रालय में इसी कार्यक्रम में आ रहे हैं।
शेखर दीक्षितने कहा कि देश में शराब का प्रचलन तेजी से फैल रहा है। शराब की जद में नई पीढ़ी फंसती जा रही है। प्रदेश में शराब नीति को उदारवादी बनाये जाने से युवा शराब के नजदीक पहुंच रहे हैं तथा इसका सीधा फायदा शराब कारोबारियों को मिलता है। शराब के सेवन के चलते कई परिवार टूट रहे हैं। इसके सेवन से पीडि़त व्यक्ति के साथ-साथ उसका परिवार भी प्रभावित होता है। आर्थिक नुकसान के साथ-साथ सामाजिक नुकसान भी परिवार को झेलना पड़ता है।
शेखर ने कहा कि समय रहते शराब पर अंकुश लगा देना चाहिये। अन्यथा स्वस्थ समाज की परिकल्पना करना बेमानी होगा। सरकार ने जगह-जगह शराब की माॅडल शॉप खोल दी है। युवाओं में शराब शौक से शुरू होती है, फिर धीरे-धीरे यह लत बन जाती है। सेवन से व्यक्ति खोखला होता जा रहा है। वहीं शराब के सेवन के चलते दुर्घटनायें बढ़ती जा रही हैं तथा अपराधों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। आये दिन ये खबरें आती हैं कि शराब के सेवन के चलते ही बड़ी दुर्घटना घटी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए शेखर दीक्षित ने कहा कि शराब बंदी करके नीतीश ने अभूतपूर्व फैसला लिया है। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिये। किसान मंच उनकी मुहिम का खुलेमन से स्वागत करता है एवं वैचारिक जनआंदोलन खड़ा करने में अपनी अहम भूमिका निभायेगा।