‘108’ सेवा की तरह होगा प्रदेश की पुलिस का रेस्पॉन्स टाइम
मुख्यमंत्री ने किया ‘खोई वस्तु रिपोर्ट्स सेवा’, ‘तत्पर’, ‘सोशल मीडिया लैब ’,सोशल मीडिया लैब, ‘दृष्टि’, ‘सम्मान’ तथा ‘उन्नयन’ योजनाओं का शुभारम्भ
लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य की पुलिस को प्रभावी व सक्षम बनाने के लिए आवश्यकतानुसार संसाधन उपलब्ध कराने तथा बेहतर प्रशिक्षण देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूचना तकनीक सहित अन्य आधुनिक संसाधनों के प्रयोग को बढ़ावा देकर प्रदेश की पुलिस का रिस्पॉन्स टाइम ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा की तरह कम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन सुरक्षा हेतु प्रदेश पुलिस की नई योजनाओं का सीधा लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा और लोगों को अनावश्यक थानों का चक्कर काटने से राहतमिलेगी ।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर जन-सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की नई जनकेंद्रित योजनाओं का शुभारम्भ करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने शुरु की गयी योजनाओं ‘खोई वस्तु रिपोर्ट सेवा’, ‘तत्पर’, ‘सोशल मीडिया लैब’, ‘दृष्टि’, ‘सम्मान’ तथा ‘उन्नयन’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि तकनीक आधारित इन योजनाओं से देहात व शहरी जनता को निश्चित रूप से मदद मिलेगी और दूर-दराज के क्षेत्रों में स्थापित थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों की कार्य प्रणाली पर वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा आसानी से निगाह रखी जा सकेगी।
श्री यादव ने कहा कि बदलते हुए परिवेश में अपराध के तौर-तरीके भी बदल रहे है । इन अपराधों पर नियत्रण के लिए पुलिस को अपनी कार्य प्रणाली में लगातार राज्य सरकार द्वारा पुलिस आधुनिकीकरण के लिए किए जा रहे कामों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद कानपूर का आधुनिक पुलिस कन्ट्रोल रूम निर्धारित समय से पहले पूरा हो गया। इसी प्रकार लखनऊ का आधुनिक पुलिस कन्ट्रोल रूम भी शीघ्र ही बन कर तैयार हो गया। इसका असर प्रदेश के अन्य ज़िलों में पड़ा , जहां अधिकारियों द्वारा व्यक्तिगत तौर पर पहल करके सी0सी0टी0वी0 कैमरे स्थापित कराने तथा नियंत्रण कक्ष को आधुनिक सुविधाओ से लैस करने का काम किया है। इससे निश्चित रूप से पुलिस की छवि में सुधार हुआ है। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार प्रदेश की पुलिस को दुनिया की बेहतरीन पुलिस बनाने के लिए आगे भी काम करती रहेगी।
पुलिस महानिदेशक अरुण कुमार गुप्ता ने शुरु की गई जन केंद्रित योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि ‘खोई वस्तु रिपोर्ट्स ’ योजना
के तहत लोग अपने मोबाइल या नेट के माध्यम से पासपोर्ट, मोबाइल व अन्य अभिलेखो के खो जाने पर थाने जाने के बजाए घर बैठे रिपोर्ट लिखाकर डिजीटल हस्ताक्षरित पावती प्राप्त कर सकेंगे । इसी प्रकार ‘तत्पर’ योजना के माध्यम से मात्र एक बटन दबाकर रजिस्टर्ड संस्थाएं व आस-पास के तीन थानों की मदद प्राप्त कर सकेंगी । भविष्य में सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखने
के लिए ‘सोशल मीडिया लैब’ परियोजना की स्थापना की जा रही है। ‘दृष्टि’ परियोजना के तहत लखनऊ के 70 चैराहों पर 280 कैमरे लगाए जा रहे है । आज इस योजना का साॅफ्ट लांच किया गया है। इसी प्रकार ‘सम्मान’ योजना के तहत प्रदेश के जी0आर0पी0 थानों सहित सभी थानों में 2-2 सी0सी0टी0वी0 कैमरे स्थापित किए जाएंगे । पाइलेट प्रोजेक्ट के रूप में जनपद लखनऊ के गाजीपर , हजरतग ज, महानगर तथा नाका थानों में कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं । उन्होंने बताया कि ‘उन्नयन’ योजना के तहत थानों के वर्तमान स्वरूप को आधुनिक बनाने का प्रयास किया जाएगा। प्रथम चरण में लखनऊ के चौक , हुसैनगज व गाजीपु र थानों का उन्नयन किया जाएगा।