नई दिल्ली। भारत माता की जय को लेकर छिड़े विवाद में महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित एमआईएम विधायक वारिस पठान ने बीजेपी सहित सभी दलों को निशाने पर लिय़ा है। पठान ने कहा कि मुझे सदन में भारत माता की जय बोलने के लिए मजबूर किया जा रहा था।

वारिस पठान ने कहा कि  सब मुझ पर चिल्लाते रहे कि भारत माता की जय बोलो, सबने बवाल मचा दिया और मेरे सस्पेंशन की मांग की। मैंने कोई गैर-संसदीय बात नहीं की है। इसलिए मुझे विश्वास है की मुझे न्याय मिलेगा, जरूर मिलेगा। मैंने स्पीकर से भी कहा है कि इस फैसले को वापस लें। वरना ये डेमोक्रेसी का कत्ल होगा।

सामना के संपादकीय पर वारिस पठान ने कहा कि मेरे वोट देने के अधिकार पर बोलने वाला सामना कौन होता है। उन्होंने क्या टूरिज्म टूर खोला हुआ है। श्री श्री रविशंकर का जो इवेंट दिल्ली में हो रहा था, जहां पर राजनाथ सिंह भी मौजूद थे, वहां पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे। वही नारा अगर मैंने लगाया होता तो मुझे उठा कर जेल में फेंक दिया जाता। मैं अपने देश से बहुत प्यार करता हूं, जय हिंद।

पठान ने कहा कि आरएसएस की सोच थोपने की कोशिश हो रही है। हमसे जबरन नारा बुलवाया जाता है। मुझे संविधान पर पूरा विश्वास है। लोकतंत्र में सभी को समान अधिकार मिला है। विधानसभा में निलंबन के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ता रहूंगा।

ह्म RSS की विचारधारा को नहीं मानते, लेकिन कांग्रेस का दूसरा मुखौटा पूरे देश ने देख लिया है। मैंने किसी असेंबली के रूल का उल्लंघन नहीं किया है, इस तरह किसी विधायक को सस्पेंड नहीं किया जा सकता। कल हाउस में सबने साबित कर दिया के ये सब आरएसएस की विचारधारा को मुझ पर थोपना चाहते हैं, इसलिए मुझको सस्पेंड किया गया। ये बोले तो कुछ नहीं, लेकिन हम अगर इनकी बात न मानें तो हम देशद्रोही हैं। संविधान के दायरे में रहकर अगर हम बात करते हैं तो क्या गलत है। मैं इसी धरती पर पैदा हुआ हूं, और यहीं मरूंगा। जय हिंद, जय भारत, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद।