नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के विवादित बयान देने का सिलसिला जारी है और पार्टी के संसद से लेकर सड़क तक इन बयानों के चलते विरोध झेलना पड़ रहा है।

ऐसे में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में अपनी पार्टी के ऐसे नेताओं को नसीहत दी है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि पार्टी हाइकमान ने ऐसे सभी नेताओं से बात की है।

बताया जा रहा है कि हाइकमान ने इन नेताओं से ऐसे विवादित बयान देने से बचने को कहा है। पार्टी ने कहा है कि ऐसे बयानों से विपक्ष को हमले का मौक़ा मिलता है।

उल्लेखनीय है कि बीजेपी के कई नेता विवादित बयान दे चुके हैं और पार्टी जो फिलहाल केंद्र और कुछ राज्यों में सत्ता में है, की काफी किरकिरी हुई है। इन नेताओं में साध्वी प्रज्ञा, केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया, प बंगाल बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष, हरियाणा के मंत्री अनिल विज, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बीजेपी सांसद संजीव बालियान आदि शामिल हैं।

बता दें कि केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया के पिछले दिनों आगरा में एक सभा के दौरान दिए गए भाषण में कथित रूप से द्वेषपूर्ण और भड़काऊ बातें होने के आरोपों को केंद्र सरकार ने नकार दिया। विपक्ष ने कठेरिया के भाषण पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्हें गिरफ्तार कर मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की थी, जिस पर सरकार ने कहा कि कठेरिया के भाषण में किसी सम्प्रदाय के खिलाफ कोई आपत्तिजनक बात नहीं पाई गई।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया ने कहा था, ‘हिन्दू समुदाय के खिलाफ यह षड्यंत्र किया जा रहा है, इसे पहचानने के लिए हमें अलर्ट रहना होगा और खुद को मजबूत करना होगा। हमें इसके खिलाफ लड़ना होगा, क्योंकि अगर अब हम इसे नहीं करते हैं तो आज हमने एक अरुण को खोया है और कल कोई दूसरा अरूण होगा… हत्यारों को भी मरना होगा, हमें ऐसा उदाहरण पेश करना होगा।’