बुलेट ट्रेन की परियोजना के लिए मुफ्त ज़मीन देगा यूपी: मुख्यमंत्री
रेल मंत्री को लिखा पत्र, राज्य सरकार के प्रस्तावों को रेल बजट मेिब शामिल करने का अनुरोध
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु को पत्र लिखकर राज्य की विशेष आवश्यकताओं को देखते हुए कतिपय प्रस्तावों को रेलवे बजट वर्ष 2016.17 में शामिल करने का अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री ने श्री प्रभु को लिखे गए अपने पत्र में अनुरोध किया है कि इटावा.मैनपुरी के बीच बड़ी लाईन का कार्य इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण कराया जाए। इसके लिए बजट में आवश्यक धनराशि का प्राविधान किया जाए। कानपुर शहर को Decongest करने के लिए कन्नौज से कानपुर सेक्शन के अन्तर्गत मन्धना से अनवरगंज के बीच की रेलवे लाईन को हटाते हुए एक नये मन्धना.पनकी बाईपास रेलवे ट्रैक का निर्माण कराया जाए।
श्री यादव ने रेल मंत्री से प्रदेश के बड़े शहरों को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने के लिए रेलवे क्राॅसिंग के ऊपर अधिकाधिक फ्लाईओवर के निर्माण, लखनऊ में ऐशबाग रेलवे स्टेशन को चारबाग रेलवे स्टेशन के सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित करने तथा इलाहाबाद और कानपुर के बीच में तीसरी रेलवे लाईन बिछाने हेतु भी अनुरोध किया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने श्री प्रभु को यह भी अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपने स्वंय के वित्तीय संसाधनों से भूमि अधिगृहित कर लखनऊ.आगरा के बीच ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस.वे का निर्माण करा रही है। यदि भारत सरकार इस एक्सप्रेस.वे के समानान्तर एक नयी रेलवे लाइन अथवा बुलेट ट्रेन की परियोजना लाती है तो प्रदेश सरकार इसके लिए पूर्व में अधिगृहित भूमि में से निःशुल्क भूमि रेल मंत्रालय को उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि उत्तर प्रदेश के हितों को देखते हुए इन प्रस्तावों सहित अधिकाधिक प्रस्तावों को रेल मंत्रालय द्वारा अपने आगामी रेलवे बजट वर्ष 2016.17 में सम्मिलित किया जाएगा।