जाट आंदोलनकारियों का उपद्रव अब भी जारी, अब तक 18 मौतें
चंडीगढ़: हरियाणा में जाटों का हिंसक आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरक्षण की मांग माने जाने के बावजूद कई जगहों पर आंदोलनकारियों का उपद्रव जारी है। कई जगहों पर उपद्रवी डटे हुए हैं। अब तक की हिंसा में 18 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
हरियाणा में जाट आंदोलन के 10वें दिन आज दिल्ली चंडीगढ़ को जोड़ने वाले नेश्नल हाइवे नंबर 1 और नेश्नल हाइवे नंबर 10 पर पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक बहाल होने का दावा किया है। दिल्ली-रेवाड़ी-जयपुर रेल ट्रैक को भी खाली करा लिया गया है। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी और झज्जर में अब भी कर्फ्यू लगा हुआ है। हिसार में आज सुबह 6-8 के बीच के बीच कर्फ्यू में ढील दी गई। आज भी स्कूल-कॉलेज बंद हैं। इधर, मुख्यमंत्री एमएल खट्टर भी अभी रोहतक पहुंचने वाले हैं।
अब तक 20,000 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है, हालांकि आज सुबह कुछ राहत भरी खबरें आई हैं। NH-1 और NH-10 को खाली करा लिया गया है। दिल्ली-रेवाड़ी-जयपुर रेल ट्रैक को भी खाली करा लिया गया है।
तनावपूर्ण हालात को देखते हुए रोहतक, सोनीपत, हिसार जिलों में अब भी कर्फ्यू लगा हुआ है। हिसार में आज सुबह 6-8 के बीच के बीच कर्फ्यू में ढील दी गई है। 23 फरवरी तक स्कूल-कॉलेज बंद हैं।
आंदोलन में सबसे ज्यादा नुकसान रोहतक को हुआ है और अभी भी हालात यहां सामान्य नहीं है। रोहतक और सोनीपत में फिर से हिंसक वारदातों की खबरें आ रही हैं। यहां गाड़ियों को जलाया गया है जिससे एनएच 1 का ट्रैफिक सस्पेंड कर दिया गया है।