लखनऊ में परंपरा बनती जा रही है गोमती की महाआरती
लखनऊ। काशी व हरिद्वार में होने वाली गंगा आरती की तरह ही लखनऊ में मां गोमती की महाआरती परम्परा बनती जा रही है। माघ पूर्णिमा को मनकामेश्वर उपवन स्थित गोमती तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। प्रत्येक पूर्णिमा को होने वाली गोमती महाआरती की श्रृंखला में सोमवार को मनकामेश्वर मठ-मन्दिर की श्रीमहन्त देव्या गिरि जी महाराज की अगुवाई में ‘नमोस्तुते मां गोमती’ अभियान के तहत हुई महाआरती में जनसहभागिता हेतु धार्मिक व सामाजिक विषय पर आधारित प्रश्नोत्तरी तथा नृत्य आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं।
मनकामेश्वर उपवन स्थित 11 आरती मंचों पर पं. श्यामलेश तिवारी के आचार्यत्व में ब्राह्मणों ने विधि विधान पूर्वक मां गोमती की पूजा अर्चना एवं महाआरती की।
हिन्दू संस्कृति पाढशाला की ओर से शिवमराज ने नृत्य कर गणेश स्तुति प्रस्तुत की। वहीं प्राची, रितिका, आरती व वैप्णवी ने सरस्वती वंदना गाया। प्रीती गौरी ने यशोमती मैयया से बोले नंदलाला ,,,,,,, मनमोहक नृत्य किया। पलक , परी, गुनगुन, आरती, प्रियंका ने देश रंगीला पर प्रस्तुति दी। मध्य प्रदेश से आए दिव्यांग गायक रधुवीर शरण श्रीवास्तवा रधु ने दीप यात्रा के दौरान ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछडे चमन—– से लोगो मे राप्ट्र भक्ति की भावना जगायी। इसके अलावा रधु ने गीत देख तेरे संसार की हालत कितना बदल गया इंसान,,,,,,, व गजल प्रभु जी तुम चंदन हम पानी समेत कई प्रस्तुतियों से श्रोताओं की तालियां बटोरी।
कार्यक्रम संयोजन में अजय कुमार सिंह, डा. सौरभ सोनकर, जगदीश गुप्ता, संजय शुक्ला, पवन तलवार, कमलदीप त्रिपाठी, संजय सिंह, हिमांशु सिंह, अनिल जैन ‘गिरीश’, रोहित अग्रवाल, प्रेम तिवारी, अजय तिवारी, श्रीमती रोमा हेमवानी, उपमा पाण्डेय, सन्तोष तलवार, वैशाली सक्सेना, अमित गुप्ता, ललित कश्यप, अंकुश अनामी, रचित हेमवानी आदि की महत भूमिका रही।