जाट आंदोलन: पुलिस फायरिंग में चार की मौत
नई दिल्ली: हरियाणा जाट आंदोलन के हिंसक होने के मद्देनज़र राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आंदोलनकारियों से आंदोलन समाप्त कर राज्य में शांति और कानून व्यवस्था कायम करने तथा सरकारी सम्पत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील है।
खट्टर ने एक बयान में लोगों विशेषकर नौजवानों से अपील की कि वे सरकारी या निजी सम्पत्ति को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाएं क्योंकि यह अपना ही नुकसान है। उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ और हिंसा से किसी समस्या का निकाला नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार जाटों की मांगें मानने के लिए तैयार है तथा इस संबंध में वह संवैधानिक व्यवस्था के तहत कोई रास्ता निकालने के लिए प्रयासरत है।
रोहतक और झज्जर जिले में हिंसा पर उतारू जाट आंदोलनकारियों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने गोलीबारी की जिसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य जख्मी हो गए। आंदोलन में मरने वालों की कुल संख्या पांच हो गई है। कुछ स्थानों पर गैर जाटों और आंदोलनकारियों के बीच संघर्ष हुआ।
रोहतक में अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि एक घंटे पहले पीजीआईएमएस में आज दो मतृकों को लाया गया। एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी था जिसका ऑपरेशन हुआ लेकिन कुछ मिनट पहले उसकी मौत हो गई। झज्जर सिविल अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि एक व्यक्ति को झज्जर सिविल अस्पताल में लाया गया जिसकी मौत हो चुकी थी और उसके सिर में गोली के निशान थे। छह जख्मी लोगों को पीजीआईएमएस में भेजा गया।
अधिकारी ने कहा कि झज्जर सिविल अस्पताल में एक रोगी का इलाज चल रहा है। चार मृतकों में तीन की पहचान प्रवीण (झज्जर), कृषण (झज्जर) और नितिन (रोहतक) के रूप में हुई है। रोहतक और झज्जर जिले में 14 जख्मी लोगों को इलाज के लिए लाया गया।
पीजीआईएमएस के अधिकारियों ने बताया, तीन जख्मी लोगों का इलाज चल रहा है जो काफी गंभीर स्थिति में हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आज रोहतक और झज्जर जिले में गोलीबारी की जो जाट आंदोलन का केंद्र है।
जाट आंदोलन के कारण कल एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई थी जो रोहतक में आंदोलन के हिंसक होने के बाद बीएसएफ की गोलीबारी में मारा गया था। पुलिस ने बताया कि हांसी सब डिविजन के जग्गाबारा गांव में आंदोलनकारी जाटों और गैर जाटों के बीच संघर्ष हो गया जिसमें दो व्यक्ति जख्मी हो गए।
जाट समुदाय के लोग मय्यर गांव में धरना दे रहे थे तभी कुछ ने आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया जिस पर गैर जाटों ने आपत्ति जताई। इसके बाद दोनों समूहों के बीच संघर्ष हो गया। उन्होंने कहा कि एक अज्ञात व्यक्ति ने गोलियां चलाईं जिसमें दो व्यक्ति जख्मी हो गए। उनकी पहचान रामनिवास सैनी और बुद्धराम गुर्जर के रूप में हुई है। रामनिवास सैनी हरियाणा के पूर्व मंत्री अत्तर सिंह सैनी का रिश्तेदार है।
पुलिस ने कहा कि दोनों को हिसार भेजा गया जहां उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जाती है। पुलिस ने बताया कि सैनी समुदाय के कुछ लोगों ने हांसी में जाट धर्मशाला के नजदीक कुछ दुकानों पर पथराव किया और शराब की एक दुकान में आग लगा दी।
इस बीच जाट आरक्षण आंदोलन से उत्पन्न स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री निवास पर आपात बैठक चल रही है, जिसमें वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार और अन्य कैबिनेट मंत्री और विधायक मौजूद हैं।
उधर, राज्य के अनेक हिस्सों में आंदोलनकारियों का उत्पात जारी है। रोहतक, भिवानी, झज्जर और गुड़गांव में कर्फ्यू लगा दिया गया है तथा इन क्षेत्रों में सेना और पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल ने संवाददाता सम्मेलन में लोगों से शांति और कानून व्यवस्था कायम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता राज्य में जल्द से जल्द शांति और कानून व्यवस्था कायम करना है तथा इस सम्बंध में जो भी आवश्यक कार्रवाई जरूरी होगी वह की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पुलिस फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई है। इसके अलावा 31 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है इनमें से पांच आईसीयू में भर्ती हैं। 46 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि हिंसक घटनाओं में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए अर्ध सैनिक बलों की दस कम्पनियां राज्य में पहुंच चुकी हैं तथा 23 सड़क और हवाई मार्ग से राज्य में पहुंच रही हैं। इनके अलावा दस और कम्पनियों की केंद्र से मांग की गई हैं। अर्ध सैनिक बलों के अलावा सेना की 13 टुकड़ियां भी राज्य में पहुंच चुकी हैं। उन्होंने केंद्र से सेना की दस और टुकड़ियां मांगी गई हैं। प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को उपद्रव ग्रस्त शहरों में सेना और स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने को भेजा गया है।
सिंघल ने बताया कि आंदोलनकारियों द्वारा सड़क मार्ग जाम किए जाने के मद्देनज़र सेना और अर्ध सैनिक बलों को हैलीकाप्टरों के माध्यम से हिंसा प्रभावित अन्य क्षेत्रों जींद, सोनीपत, पानीपत, कैथल, हिसार और करनाल शहरों में पहुंचाया गया है जहां इन्होंने अपना फ्लैग मार्च शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण पा लिया जाएगा।
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि हम सेना पर ही पूर्णतया निर्भर नहीं है। सेना को केवल प्रशासन के सहयोग के लिए बुलाया गया है। सेना और पुलिस उपद्रवग्रस्त क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर रही है तथा हालात में कल के मुकाबले सुधार है।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि राज्य में हिंसा और उपद्रव की घटनाओं के सिलसिले में अब तक 129 मुकदमें दर्ज किए गए हैं तथा कम से कम पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा और इस षड्यंत्र में शामिल लोगों की शिनाख्त की जा रही है। इन्हें जल्द गिरफ्तार कर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि दंगाईयों ने राज्य के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनकड़ के जज्जर में तथा भारतीय जनता पार्टी के सांसद राज कुमार सैनी कैथल स्थित निवास पर हमला किया लेकिन जैसे ही सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंचे कर इन्हें खदेड़ दिया।
इस बीच दंगाईयों ने रोहतक में कल रात एक गन हाउस को लूट लिया तथा इसमें से वे बंदूकें और कारतूस ले गए। दंगाईयों ने एक पेट्रोल पम्प भी आग लगा दी। उन्होंने एक एटीएम में भी लूटपाट की।