नई दिल्ली : जेएनयू में पिछले दिनों राष्ट्रविरोधी नारेबाजी के बाद हुआ बवाल अब सियासी घमासान की शक्ल लेता दिख रहा है। शुक्रवार को जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी और इस विवाद में एक वाम नेता की बेटी का नाम सामने आने के बाद सीपीआई एम नेता सीताराम येचुरी ने उस वीडियो फुटेज पर ही सवाल उठा दिया जिसमें अफजल गुरु और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते देशद्रोही ताकतों को दिखाया गया है।

दरअसल, जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में माकपा नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी.राजा और जेडीयू नेता केसी त्यागी शनिवार सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचे थे। जब येचुरी मीडिया से मुखातिब हुए तो उनसे सवाल किया गया कि जेएनयू कैंपस में भारत विरोधी नारे लगाना सही है तो येचुरी ने कहा, उस फुटेज की प्रामाणिकता क्या है जिसमें घटना को दिखाया जा रहा है। जेएनयू कैंपस में कैमरे हैं ही नहीं तो वीडियो किसने बनाया और वीडियो बनाने वाला का मकसद क्या था? साबित कर दीजिए कि वीडियो सही है, फिर बात कीजिए।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ करीब आधे घंटे की बैठक के बाद येचुरी ने कहा, यह आपातकाल से भी बदतर हालत है। पूरे जेएनयू को देशद्रोही करार देना गलत बात है। जेएनयू के कुलपति पर सवाल उठाते हुए येचुरी ने कहा कि इस तरह से पुलिस को कैंपस में घुसने की इजाजत देना सरासर गलत है।

दूसरी तरफ भाजपा सांसद महेश गिरि ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि सीपीआई नेता डी.राजा की बेटी अपराजिता भी प्रदर्शन के दौरान वहां मौजूद थी। इस वीडियो में अपराजिता कुछ लोगों से बहस करती नजर आ रही हैं। हालांकि डी.राजा ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी का नाम गलत तरीके से पुलिस की लिस्ट में डाला गया है।

पूर्व सैनिक आहत

दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में मंगलवार को हुई कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के विरोध में सेना के नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) से पास हुए 54वें बैच के अधिकारियों ने जेएनयू के वाइस चासंलर को चिट्ठी लिखकर साफ किया है कि अगर ऐसी ही हरकत जारी रही है तो वो अपनी डिग्री लौटा देंगे।

सैनिकों ने कहा, कैंपस बन गया है राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का अड्डा

जेएनयू में हुए देश विरोधी नारेबाजी के खिलाफ सैनिकों ने आवाज उठाई है। 1978 में पास हुए इन सैनिकों ने कहा है कि हमें खुद को जेएनयू से जुड़ा होने में दिक्कत हो रही है क्योंकि अब ये कैंपस राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का अड्डा बन गया है।

संसद हमले को दोषी अफजल गुरु और जेकेएलएप के मकबूल बट्ट की याद में 9 फरवरी को जेएनयू में हुए एक कार्यक्रम में भारत विरोधी और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे। इस घटना को लेकर इन सैनिकों का मन बहुत आहत है।