भरे जाएंगे विभाग के सभी खाली पद: राजस्व मंत्री
शिवपाल ने राजस्व विभाग के ’’ध्वज’’ व ’’लोगो’’ का किया अनावरण
लखनऊ: राजस्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि राजस्व विभाग के इतिहास में आज एक ऐतिहासिक दिन है। वर्षों पुराने विभिनन जटिल राजस्व कानूनों के स्थान पर आज एक समेकित ’’ उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता’’ 2006 यथा संशोधित 2015 लागू हो रही है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर राजस्व विभाग द्वारा प्रदेश के राजस्व परिषद मुख्यालय पर व जनपदों के जिला मुख्यालयों पर ’’राजस्व दिवस’’ मनाने का निर्णय लिया गया है। श्री यादव ने कहा कि राजस्व दिवस आयोजन का उद्देश्य राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को उनकी वर्ष भर की उपलब्धियों के आधार पर उनको पुरस्कृत व सम्मानित करते हुए उनका उत्साहवर्धन करना व उनके अन्दर और अधिक अच्छा कार्य करने की इच्छाशक्ति पैदा करना है। कार्यक्रम में इस वर्ष उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के प्रत्येक मण्डल से एक जिलाधिकारी, एक उप जिलाधिकारी व एक तहसीलदार को सम्मानित किया गया।
श्री शिवपाल सिंह यादव आज कैसरबाग लखनऊ, स्थित राजस्व परिषद के सभागार में प्रथम राजस्व दिवस समारोह के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। राजस्व मंत्री ने कहा कि इस वर्ष के विगत 10 महीने में राजस्व विभाग द्वारा राजस्व वादों के निस्तारण करने एवं तहसीलों में आम जनता की सुविधा के लिए अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि करने में सराहनीय कार्य किया गया है। तीन वर्ष पूर्व जहाँ पूरे प्रदेश में लगभग 16 लाख राजस्व वाद विचाराधीन थे, आज उनकी संख्या घटकर अब मात्र 06 लाख रह गई है। प्रदेश में इसी 10 माह की अवधि में राजस्व भवनों के निर्माण पर रू0 250 करोड़ व्यय किया जा चुका है तथा 93 तहसीलों 14 जिलों व 2 मण्डल के कार्यालय भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा 60 पुरानी तहसीलों में जन सुविधाओं के उन्ननयन हेतु 20 करोड़ रूपये से कार्य कराये जा रहे है।
श्री यादव ने कहा कि इस अवसर पर राजस्व विभग अपना एक अलग ’’ध्वज’’ व ’’लोगो’’ जारी कर रहा है यह ध्वज राजस्व विभाग के अधिकािरयों एवं कर्मचारियों के लिए गौरव का प्रतीक व उनके उत्साहवर्धन एवं प्रेरणा का स्रोत होगा। ध्वज का रंग भूरा है, जो धरा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग का मुख्य कार्य भू-मापन, भूमि विवादों का निपटारा, भू-अभिलेखों का रखरखाव व सार्वजनिक भूमि की सुरक्षा करना है, इसलिए भूमि से मिलता-जुलता गहरा भूरा रंग दिया गया है। ’’लोगो’’ मे दो वृत्त हैं, बड़ा वृत्त राजस्व परिषद व छोटा वृत जिला प्रशासन का प्रतीक हैं वृत्तों कासुनहरा रंग सुशासन व हरा रंग विकास का प्रतीक है, गेंहूॅ की बलियाॅ प्रदेश की खुशहाली एवं समृद्धि की प्रतीक हैं। श्री यादव ने कहा कि जिलाधिकारी, एक अपरजिलाधिकारी, एक उपजिलाधिकारी व एक तहसीलदार को व इसी प्रकार जनपद व तहसील मुख्यालय पर अधीनस्थ अधिकारियों/ कर्मचारियों को सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया जायेगा। विगत वर्षों में राजस्व विभाग/ परिषद द्वारा किये गये अभिनव कार्य-राजस्व न्यायालय कम्प्यूटरीकृत प्रबन्धन प्रणाली, का विकास, वसूली प्रमाणपत्रों की कम्प्यूटर प्रबन्धन प्रणाली-2015’’ का विकास, भूलेख खतौनी को ’’रियल टाइम’’ बनाने हेतु साॅफ्वेयर के नये वर्जन का विकास, आय, जाति, निवास आदि प्रमाणपत्रों के लिए एस0एस0डी0जी0 (स्टेट सर्विस डिलीवरी गेटवे सिस्टम) पोर्टल आॅनलाइन का विकास, भू-चित्रों का डिजिटाइजेशन का कार्य प्रारम्भ, राजस्व अभिलेखाकारों के आधुनिकीकरा का कार्य प्रारम्भ, 28 नई तहसीलों का सृजन, राजस्व संहिता का प्रख्यापन ।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में रिक्त पदों को भरने हेतु प्रभावी कार्यवाही- 2200 राजस्व निरीक्षकों के पदों पर भर्ती / पदोन्नति का कार्य पूर्ण, लेखपालों के 13500 पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूर्ण 2500 सीजनल अमीनों को विनियमित करने की कार्यवाही प्रगति पर , नायब तहसीलदार के 200 पदों पर भर्ती/पदोननति की कार्यवाही पूर्ण , पदोन्नति कोटे के डिप्टी कलेक्टर पदों पर तहसीलदारों की शत-प्रतिशत पदोन्नति कार्य पूर्ण किया गया।
अध्यक्ष राजस्व परिषद अनिल कुमार गुप्ता, ने कहा कि राजस्व दिवस के आयोजन का उद्देश्य राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को उनकी वर्ष भर की उपलब्धियों के आधार पर उनको पुरूस्कृत व सम्मानित करते हुए उनका उत्साहवर्धन करना है। इस क्रम में राजस्व परिषद द्वारा वर्ष में उत्कृष्ट और सरहानीय कार्य करने वाले जिलाधिकारियों, उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों को लखनऊ में आयोजित होने वाले राजस्व दिवस समारोह में पुरूस्कृत कर सम्मानित किया जायेगा। इसी प्रकार जिला स्तर पर राजस्व दिवस को हर्षाेल्लास के साथ समारोह के रूप में मनाया जायेगा और इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया जायेगा। राजस्व दिवस के आयोजन से राजस्व विभाग में कार्य करने वाले प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को ऊर्जा प्राप्त होगी और वह उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने हेतु उत्साहित होंगे।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री ने राजस्व प्रशासन में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया।