लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पैसा कमाने में जुटे मंत्रियों को हटाये। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के पास पर्याप्त जानकारी है कि अखिलेश सरकार के मंत्री पैसा कमाने में जुटे है, इन पैसा कमा रहे मंत्रियों के बारे में मुख्यमंत्री सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से जानकारी प्राप्त कर उन्हें मंत्री मण्डल से बर्खास्त करते हुए उनके विरूद्ध भ्रष्टाचार की धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराये। 

मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की नसीहतो पर चर्चा करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की जानकारी में है कि अखिलेश सरकार के ज्यादातर मंत्री पैसा कमाने में व्यस्त है। स्वाभाविक है मंत्रीगण अनुचित आचरण से धर्नाजन कर रहे है। इस धर्नाजन का सर्वाधिक शिकार उ0प्र0 का मतदाता है जिसने भरोसा करके 2012 में अखिलेश सरकार को सत्ता सौंपी। जनता के भरोसे का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री अपने पार्टी के मुखिया से संपर्क कर लें जो जानकारियां मंत्रियों के पैसा कमाने को लेकर उनके पास है, उसको संज्ञान मंे लेते हुए पैसा कमाने में जुटे मंत्रियों को बर्खास्त करे।

उन्हांेने कहा कि अखिलेश सरकार जन समस्याओं से विरत हो खोखले दावे और वादों के भरोसे राज्य में विकास का वातावरण बनाने में लगी है, सभी वादों को पूरा करने का दंभ भरती अखिलेश सरकार किसानों की कर्ज माॅफी योजना के सफलता का दावा करने में जुटी है किन्तु हकीकत ये है कि केवल और केवल बुन्देलखण्ड में विगत 11 माह में 122 किसानों की जान गयी, कर्ज के बोझ से किसान खुदकशी कर रहा है, लोग भरोसे में थे कि समाजवादी पार्टी ने किसान कर्ज माफी योजना चलाई है, वादे पूरे करने के दावें हो रहे है हमारा कर्जा माॅफ होगा, किन्तु किसान द्वारा मौत को गले लगाने के बाद भी परिजन ऋण वसूली की नोटिस से जूझ रहे है। प्रशासन अपने-अपने कारणों से किसान की खुदकशी के अलग-अलग तर्क देता है नतीजन किसान बीमा से लगाये अन्य सरकारी सहायता उसे उपलब्ध ही नहीं हो पाती, सरकार के फाइलों में खुशनुमा महौल है पर तथ्य है आज भी बुन्देलखण्ड में 51 प्रतिशत महिलाओं को पीने के पानी के लिए मीलों चलना पड़ता है, 31 प्रतिशत हैण्डपम्प पानी की एक बूंद तक नहीं दे रहे है।

श्री पाठक ने कहा कि सपा प्रमुख की बार-बार नसीहत के बावजूद अखिलेश सरकार जन सर्वोकार से दूर महज थोथी घोषणाओं में जुटी है। पुत्र मोह में सपा मुखिया में बार-बार मंचों से नसीहते देते है अखिलेश सरकार के काम-काज को लेकर स्थितियों को बंया भी करते है किन्तु सब कुछ जानने के बावजूद भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से क्यों नहीं मंत्रियों को बर्खास्त करने के लिए कहते ? जहां तक वादे पूरे करने का सवाल है किसान कर्ज माॅफी योजना का ही एक बार समीक्षा कर ले क्या वो अपनी मूल अवधारणा में सफल हुई।