हर्ष फायरिंग में बच्चे की मौत पर मुख्यमंत्री सख्त
नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख नफीसा को पार्टी से निकाला
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शामली के कैराना ब्लॉक की नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख नफीसा के समर्थकों की हर्ष फायरिंग में एक बच्चे की मौत की घटना पर सख्त रवैया अपनाया है। मुख्यमंत्री ने सपा के प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से बड़ी कार्रवाई करते हुए नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख नफीसा को पार्टी से निकाल दिया है, वहीं घटना के समय पत्रकारों से दुर्व्यवहार करने वाले सपा विधायक नाहिद हसन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने कार्रवाई करते हुए कैराना के इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है और वहां के एसडीएम व सीओ को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही सारे मामले की जांच सहारनपुर के डीआईजी ए.के.राघव को सौंप दी गई है।
नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख के समर्थकों द्वारा की गई हर्ष फायरिंग को अखिलेश यादव ने पार्टी विरोधी गतिविधि और अनुशासनहीन आचरण माना है। इसके बाद उनको निष्कासित करने के निर्देश दिए गए। विधायक नाहिद हसन से भी इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए नोटिस दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने इस घटना का सीधे संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव आलोक रंजन और डीजीपी सैय्यद जावीद अहमद को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिले से हटाए गए एसडीएम व सीओ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी। आईजी (कानून-व्यवस्था) भगवान स्वरूप ने बताया कि सीओ को डीजीपी कार्यालय से संबद्ध किया गया है। सहारनपुर के डीआईजी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है। शासन के निर्देश पर वह जांच के लिए तत्काल घटनास्थल पर पहंुच गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में ब्लॉक प्रमुख की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा फायरिंग करने वाले उनके समर्थकों के शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए जाएंगे। रविवार को ब्लाक प्रमुख चुनाव का परिणाम घोषित होते ही निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख नफीसा के समर्थकों ने हर्ष फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान रिक्शे पर बैठकर जा रहे एक बच्चे को सीने में गोली लग गई और बाद में अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।