लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा ने कहा है कि भाजपा का भय दिखाकर तथाकथित सेकुलर पार्टियां वर्षो से गुलाम बना रखा है जबकि सभी तथाकथित सेकुलर पार्टियां पर्दे के पीछे सम्प्रदायिक पार्टियों से तालमेल रखती है और समय-समय पर यह सेकुलर पार्टियां भाजपा के साथ मिलकर सरकार भी बनाती है, अब ऐसी पार्टियों के चेहरे बेनकाब हो चुके है अब मुस्लिम समाज इनके झासे में आने वाला नही है। 2017 में मुस्लिम समाज पार्टी को वोट न देकर बल्कि ईमानदार व स्वच्छ प्रत्याशियों को जितायेगा, यह जानकारी आज यहां जारी एक बयान में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक ने दी।

मलिक ने यह भी बताया कि सेकुलर पार्टियां हकीकत में सम्प्रदायिक दलों से अप्रत्यक्ष रूप से मिली रहती है और सिर्फ वोट के लिये मुस्लिमों के नाम पर घडि़याली आंसू बहाती है और इनके धोखे में मुस्लिम समाज झासे में आ जाता है यह सेकुलर पार्टियां मुस्लिमों को अपना रखैल बनाकर रखना चाहती है जो अब सम्भव नही है।

मलिक ने यह भी बताया कि इन 69 वर्षो में लगभग 65000 दंगें हुये है और इन देगों का मक्सद हिन्दू-मुस्लिम वोटों का विभाजन कराना था ताकि सेकुलर के नाम पर पार्टियां तत्ता में बनी रहें। अब तक जीतने भी दंगे हुये दंगा कराने वाले व दंगाईयों पर कोई कार्यवाही नही हुई, इससे स्पष्ट है कि दंगा आपसी मिली भगत से हो रही है। 

मलिक ने सभी मुस्लिमों से अपील की है 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी नही बल्कि स्वच्छ ईमानदार और कर्मठ लोगों को विधान सभा भेजे ताकि मुस्लिम समस्याओं को ईमानदारी के साथ विधानसभा में उठाये ही नही बल्कि सड़कों पर उतर कर संघर्ष करें।