बुन्देलखण्ड क्षेत्र का पिछड़ापन दूर करने के लिए सरकार कटिबद्ध: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने हमीरपुर के विकास के लिए किया परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनपद हमीरपुर के चहुंमुखी विकास के लिए विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे। साथ ही, सूखे की सम्भावना को देखते हुए किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री आज जनपद हमीरपुर में विभिन्न परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण अवसर पर आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर कदौरा से हमीरपुर 4-लेन मार्ग का लोकार्पण किया। इसके अलावा, 07 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रोहान नाला सेतु, 27 करोड़ रुपए से निर्मित किए जाने वाले 15 कि0मी0 लम्बे टोलामाफ ग्राम से टिकरी बुजुर्ग मार्ग, 72 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले 32 कि0मी0 लम्बे जलालपुर से राठ मार्ग के साथ-साथ हमीरपुर शहर की 9 सीसी सड़कों का शिलान्यास भी किया।
श्री यादव ने इस मौके पर कलेक्ट्रेट व तहसील भवन का लोकार्पण किया। इसके पश्चात् 5 मेधावी बालिकाआंे को कन्या विद्याधन योजना के तहत लाभार्थियों को चेक तथा 5 महिला श्रमिकों को साइकिल भी प्रदान की गई। उन्होंने कृषक दुर्घटना बीमा के अन्तर्गत मिथलेेश पत्नी बृजकिशोर को 5 लाख रुपए का चेक देकर लाभान्वित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले इस सड़क से हमीरपुर आने पर चार से पंाच घंटे का समय लगता था। अब लगभग 45 मिनट की अवधि में लोग अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा 50 जनपदों में जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए 4-लेन सड़कों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने जो घोषणाएं की थी, वे 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं।
श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों की मदद की गई थी। उन्होंने कहा कि नेताजी को किसानों के प्रति काफी हमदर्दी है। समाजवादी सरकार में नेताजी द्वारा कृषक दुघर्टना बीमा योजना लागू की गई थी। वर्तमान समाजवादी सरकार द्वारा इस योजना के तहत बीमा राशि को बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओें के सशक्तिकरण के प्रति कटिबद्ध है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समाजवादी पेंशन योजना लागू की गई है, जिसके अन्तर्गत 500 रुपए की धनराशि प्रतिमाह लाभार्थी परिवार की महिला मुखिया के बैंक खाते में सीधे भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के शत-प्रतिशत गरीब परिवार की महिलाओं का समाजवादी पेंशन से लाभान्वित किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि किसानों को हर सम्भव सहायता मिलनी चाहिए, जिसके लिए जिलाधिकारी व मण्डलायुक्त को किसानों को हर सम्भव मदद देने निर्देश दिए जा चुके हंै। ओवरलोेडिंग बन्द करने का प्रयास किया जा रहा है। विद्युत व्यवस्था ठीक कराने के लिए विद्युत सप्लाई बुन्देलखण्ड में समय से मिले इसके लिए भी अधिकारियों को निर्देेश दिए गए है। अगर आवश्यकता हुई तो 33 केवी विद्युत स्टेेशन भी स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने कामधेनु डेयरी योजना शुरु की है, जो काफी सफल साबित हुई है। नौजवानों को रोजगार कैसे मिले इस पर भी सरकार कार्य कर रही है। प्रदेश में बड़ी संख्या में आई0टी0आई0 केंद्र खोले जा रहे हैं। राज्य सरकार गरीबों के इलाज के लिए गम्भीर है, इसलिए सरकारी अस्पतालों में जांच से लेकर दवाएं निःशुल्क दी जा रही हैं। गम्भीर रोगों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। जिस प्रकार ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा एवं ‘102’ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस की एम्बुलेन्स जरूरतमन्द के पास कम समय में पहुंच जाती है, इसी प्रकार पुलिस का रिस्पाॅन्स टाइम न्यूनतम करने के लिए डायल-100 योजना पर काम किया जा रहा है।
इस मौके पर राजस्व, लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 4-लेन सड़कों का निर्माण मुख्यमंत्री की ही देन है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार धन की कोई कमी नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में सिंचाई की समस्या को देखते हुए 13 डैम बनाए जा रहेे हैं, जिनमें 9 बन गए हंै। शेष शीघ्र ही पूर्ण कर लिए जाएंगे।