लखनऊ: सपा प्रमुख प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने वरिष्ठ समाजवादी नेता धर्मानन्द तिवारी के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि समाजवादी विचार धारा और समाजवादी पार्टी ने आज अपना प्रखर व प्रतिबद्ध पैरोकार खो दिया है। वे जीवन भर सामंतवादी व साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ते और समाजवाद का परचम बुलंद करते रहे। उन्होंने जीवनपर्यन्त बड़ी सादगी व संजीदगी से समाजवादी विचार का प्रचार प्रसार किया। मेरी लखनऊ में कोई भी सभा तब-तक अधूरी मानी जाती थी, जब तक धर्मानन्द तिवारी जी का भाषण नहीं हो जाता। वे हर रचनात्मक कार्य की प्रशंसा करते और चूक होने पर साधिकार टोकते थे । कभी कभी तो मंच से ही नसीहत दे देते थे । वे चैहत्तर वर्ष में भी अपने को युवा-नेता कहते थे और उनमें युवाआंे जैसा ही जोश सदैव रहा । सत्ता हो या विपक्ष, धर्मानन्द जी सदैव एक समान रहे।  वे ऐसे समाजवादी के रूप में सदैव याद किए जायेंगे जिसकी पहचान पद, गाड़ी, बंगला, गनर की बजाय वैचारिक प्रतिबद्धता, वक्तृत्व कला और सतत् संघर्ष था । वे भगत सिंह व राममनोहर लोहिया में गहरी आस्था रखते थे, जब हम लोगों ने 28 सितम्बर को पार्टी दफ्तर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह जंयती मनाने की परम्परा शुरू की तो वे काफी प्रसन्न हुए। वे जनेश्वर मिश्र, बृजभूषण तिवारी व मोहन सिंह की गौरवशाली परम्परा के समाजवादी थे । उनका जाना पार्टी के साथ-साथ मेरी व्यक्तिगत हानि है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती ।