लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज राजभवन में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिष्टाचारिक भेंट की। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से  29 जनवरी को आहूत राज्य विधान मण्डल के दोनों सदन के संयुक्त अधिवेशन पर चर्चा की। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा दोनों सदन के संयुक्त अधिवेशन हेतु जारी नये दिशा-निर्देश के बारे में विचार-विनिमय किया। उल्लेखनीय है कि श्री नाईक की पहल पर राष्ट्रपति ने सभी प्रदेशों में एकरूपता लाने के लिये एक समिति गठित करके दोनों सदन के संयुक्त अधिवेशन की व्यवस्था, राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह व अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर उचित दिशा निर्देश दिये हैं।

श्री नाईक ने राजभवन में लम्बित विधेयकों के साथ-साथ महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर राजभवन में राज्य सरकार की ओर से कुष्ठ पीडि़तों को निर्वहन भत्ता वितरित किये जाने वाले कार्यक्रम के आयोजन के बारे में भी बात की।

राज्यपाल ने सभी राजनैतिक दलों का आह्वाहन किया कि सदन की गरिमा बनाये रखते हुए राज्यपाल के अभिभाषण पढ़ने में व्यवस्था बनाये रखें। कार्रवाई बाधित होने से जहाँ एक ओर जनता का हित प्रभावित होता है वहीं सदन की गरिमा भी गिरती है। सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन की कार्रवाई उसी भाव से चलनी चाहिए जिससे जनता का ज्यादा से ज्यादा लाभ हो।