लखनऊ: समाजवादी चिन्तक जनेश्वर मिश्र को महाप्रयाण दिवस के अवसर पर नमन करते हुए सपा के प्रमुख प्रवक्ता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र जी समाजवादी आन्दोलन की वैचारिक ताकत थे उन्होंने डाॅ0 राम मनोहर लोहिया की विचार धारा को अपनी अनोखी शैली और भाषण कला से प्रचारित व प्रसारित किया। कई बार केन्द्रीय मंत्री रहने के बावजूद वे हमेशा सादगी से रहते थे। वे हमेशा समाजवाद के पथ पर चले और जनता के दुःख दर्द को स्वर दिया। जनेश्वर जी के संस्मरणों को याद करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा मैं जब भी दिल्ली जाता था तो उनके आवास पर घंटो बैठता, उनसे समाजवाद व समसामयिक विषयों की गहरी जानकारी मिलती थी। उनकी एक सीख मैं कभी नही भूलता कभी भी जनता व जनता के सवालों से कतराना नहीं चाहिए यही कारण हैं कि चाहे जितनी भी व्यस्तता और प्रतिकूल परिस्थिति क्यों न हो कभी जनता दरबार नहीं छोड़ा, लोगो से मिलने में कोताही नही बरती, इसके पीछे कही न कही जनेश्वर जी से मिली सीख व प्रेरणा निहित हैं। यह बातें शिवपाल सिंह यादव ने जनेश्वर जी की पुण्य तिथि में आयोजित विशेष जनता दरबार, जनसुनवाई भवन, कालीदास मार्ग में कही। लोगो की समस्याओं को सुनते और उनका सामाधान करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र जी को करीब से जानने वाले लोग जानते है कि उन्होंने कद-पद व वय में अपने से छोटे नेता जी मुलायम सिंह यादव को इसलिए नेता व अध्यक्ष माना क्योंकि उन्हे लगता था कि नेता जी एक मात्र ऐसे नेता है जो लोहिया जी की समाजवादी अवधारणा को पूरी प्रतिब्ध्ता से आगे बढ़ा रहे हैं। सपा सरकार ने जनेश्वर जी की कई अवधारणाओं को मूर्तरूप दिया। जनेश्वर जी चाहते थे कि गांव और शहर के दरम्याान व्यापत अन्तर कम हो इसलिए समाजवादी पार्टी ने अपने बजट का 60 फीसदी गांव की ओर मोड़ा और जनेश्वर जी के नाम पर गांव और गरीब को समृद्ध करने वाली कई योजनाएं चलाई। इस अवसर पर राज्य मंत्री व समाजवादी चिन्तक दीपक मिश्र भी मौजूद थे।