लखनऊ: आॅल इण्डिया मोहम्मदी मिशन ने हज़रत गौसुल आज़म मुहिद्दीन अब्दुल कादिर जिलानी (बडे़ पीर साहब) की याद में जश्न-ए-गौसुलवरा ग्यारहवी शरीफ के मौके पर 22 जनवरी को जुलूस-ए-गौसिया निकाले जाने के सम्बन्ध् में मीटिंग बुलाई जिसमें शहर की विभिन्न अन्जुमन एवं मदारिसे अरबिया के जिम्मेदारों एवं इमाम मसाजिद ने शिरकत की और यह निर्णय लिया गया कि इस साल भी बड़े शानो शौकत के साथ जुलूस-ए-गौसिया व जश्न-ए-गौसुलवरा निकाला एवं मनाया जाएगा। आॅल इण्डिया मोहम्मदी मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद अयूब अशरफ किछौछवी ने बता कि हमने जिलाध्किारी से ये निवेदन किया है कि यदि जुलूस-ए-गौसिया मेडिकल कालेज परिसर के बजाए, हज़रत मख्दूम शाहमीना के आस्ताने से निकालकर खदरा स्थित हज़रत शाहदोशी बाबा के आस्ताने तक ले जाने की अनुमति प्रदान कर दे तो यह कदम मानवीय दृष्टीकोण तथा मरीज़ों की स्थिति को देखते हुए बड़ा उचित होगा, वहाॅं जाकर इस  जुलूस का जश्न-ए-गौसुलवरा में रूप समापन हो जाएगा।

सैयद मोहम्मद अहमद मियाॅ किछौछवी ने बताया कि विगत वर्षो की भाॅति इस वर्ष जुलूस-ए-गौसिया हज़रत मख्दूम शाहमीना के आस्ताने पर हज़रत शाहमीना के आस्ताने पर जश्न-ए-गौसुलवरा सुबह दस बजे मनाया जाएगा उसके उपरान्त सुबह 11ः30 जुलूस बरामद होकर मेडिकल चौराहे से होता हुआ मेडिकल कालेज के अन्दर स्थित हजरत हाजी हरमैन शाह के आस्ताने तक जाएगा और जुलूस-ए-गौसिया की वापसी के उपरान्त जलसे में परिवर्तित हो जाता है इसके उपरान्त लंगर का आयोजन किया जाता है। 

मीटिंग में सैयद अहमद नदीम, डाॅ सैयद अरशफ, फैज़ान अतीक, मोहम्मदी अली अरिफ नक्शबन्दी, सैयद मोहम्मद राशिद, कारी मुशाहीद रज़ा, मौलाना ज़ाकिर हुसैन अशरफी, कारी आरीफ रिज़वी, कारी गुलाम सुब्हानी जि़याई, मौलाना मुन्नव्वर हुसैन बस्तिवी, मौलाना आज़म अली कादरी, मौलाना अशरफ हुसैन, वहीदुल हसन सिद्दीकी, कारी अनुल हक, सैयद मोहम्मद अरशद, ताज मोहम्मद, अतीक अहमद, सईद वारसी, अबुल रहमान मुशाहदी, आदि शामिल थे