नकली सामान बेचने वाले के खिलाफ एटा पुलिस नहीं दर्ज कर रही FIR
एटा: यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली का एक और नमूना सामने आया है जिसके वारे में जानकर आपको यूपी में कानून व्यवस्था का क्या आलम है मालूम हो जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार एटा नगर में कुछ लोग एक विदेशी कंपनी के नकली कृषि उत्पाद काफी समय से बेच रहे थे, इसकी जान कारी होते ही कंपनी ने एक जांचकर्ता टीम को एटा में मुआयना करने भेजा। जांचकर्ता टीम ने कोतवाली पुलिस की मदद से एटा और मारहरा में छापे मारे और कंपनी के नकली उत्पादों की बरामदगी की। लकिन अब कोतवाली और मारहरा पुलिस प्राथमिकी दर्ज़ करने से मना कर रही है। माना जा रहा है की पुलिस ने केस रफा दफा करने का मन बना चुकी है।
गेहू की फसल में खर पतवार की रोकथाम के लिए स्विट्ज़रलैंड की सीजेन्टा कंपनी टॉपिक नाम से कृषि उत्पाद बनती है। काफी समय से कंपनी को इसके नकली उत्पादों की खरोद फरोख्त की जानकारी मिल रही थी इस बाबत कंपनी ने एक जांच टीम का गठन किआ और एटा इस्थित अपने रिप्रजेंटेटिव सुधीर के साथ पुलिस कप्तान और और सर्किल अफसर से शिकायत की। सर्किल अफसर के कहने पर इनस्पेक्टर करण सिंह ने कोतवाली पुलिस को छापा डालने का आदेश दिया। कोतवाली पुलिस ने एक टीम का गठन कर शिकोहाबाद रोड इस्थित कनहया बीज भंड़ार पर छापा डाला और ७० पैकेट टॉपिक नाम के नकली उतपाद की बरामदगी की। इस संभंध में जब दुकान के मालिक हरिओम से बात की तो उसने बताया की ये नकली सामान वो मारहरा के आर के ब्रदर्स से लाया है। जानकारी के अनुसार कंपनी की जांचकर्ता टीम ने मारहरा में कोतवाली पुलिस एटा के कांस्टेबल अशोक की सहायता से आर के ब्रदर्स के यहाँ छापा डाला और टॉपिक के कई पैकेट बरामद किये । पुलिस ने सारा माल बरामद करने के बाबजूद आर के ब्रदर के मालिक और कन्हैया बीज भंड़ार के मालिक हरिओम को छोड़ दिया और अब ऍफ़ आयी आर दर्ज़ करने से मना कर रही है। इस छापे मारी का पूरा वीडियो कंपनी के जांचकर्ता सुधीर ने बनाया है। एटा और मारहरा पुलिस की भूमिका भी संदिघ्ध है क्योकि अब पुलिस प्राथमिकी दर्ज़ करने से मन कर रही है।