यूपी में पर्यटन की अपार सम्भावनाएँ: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने मुगल म्यूजियम, ताज ओरिएण्टेशन सेण्टर, आगरा स्ट्रीट कैफे और आगरा हेरिटेज सेण्टर का शिलान्यास किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के सारे प्रयास कर रही है, क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान समाजवादी सरकार ने राज्य के विकास के लिए जितना काम किया है, उतना किसी अन्य सरकार ने नहीं किया। आगरा समेत पूरे उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाएँ मौजूद हैं। राज्य में अनेक पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक धरोहरें, अभयारण्य इत्यादि हैं, जहाँ पर्यटक हमेशा जाना पसंद करते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज आगरा स्थित स्थानीय ताज खेमा में आयोजित मुगल म्यूजियम, ताज ओरिएण्टेशन सेण्टर, आगरा स्ट्रीट कैफे तथा आगरा हेरिटेज सेण्टर के शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किए। इन चारों योजनाओं की कुल लागत लगभग 438 करोड़ रुपए होगी। उन्होंने कहा कि आगरा शहर में आयोजित किया जा रहा पहला उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस अत्यन्त उत्साहवर्धक रहा है। इस आयोजन में बड़ी संख्या में प्रवासियों ने अपनी आमद दर्ज कराई है। इतनी बड़ी संख्या में प्रवासियों का इसमें भाग लेना दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश के प्रति उनके मन में अगाध प्रेम है और वे इस प्रदेश से स्वतः जुड़कर इसके विकास में भागीदार बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह आयोजन आज से सैकड़ों वर्ष पहले ब्रिटिश हुकूमत द्वारा भारत से गिरमिटिया मजदूरों के रूप में विदेश ले जाए गए उन भारतीयों, जिनमें बहुत से उत्तर प्रदेश से भी थे, को अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष ‘उत्तर प्रदेश प्रवासी दिवस’ का आयोजन किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि आगरा के विकास के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ पर्यटन को मिलेगा। यहाँ की अवस्थापना सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्थित अन्य पर्यटक स्थलों का भी विकास कर रही है। पर्यटकों को आकर्षित करने की दृष्टि से पर्यटन स्थलों के आस-पास के क्षेत्रों का विकास एवं सुन्दरीकरण का भी कार्य कराया जा रहा है। साथ ही जन-सुविधाएँ भी मुहैया कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया उनकी अलग-अलग लागत है-मुगल म्यूजियम 141.89 करोड़ रुपए, ताज ओरिएण्टेशन सेण्टर 231.85 करोड़ रुपए, आगरा स्ट्रीट कैफे 35 करोड़ रुपए तथा आगरा हेरिटेज सेण्टर 30 करोड़ रुपए।