लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती का 60वां जन्मदिन पार्टी इस बार गांव-गली तक जोरदार तरीके से मनाएगी। 15 जनवरी पर होने वाले जन्मदिन को पार्टी ने जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है। 

मायावती की अगुवाई में हुई बैठक में इस बाबत बसपा के पदाधिकारियों, राज्यसभा सांसदों और विधायकों से तन, मन और धन से सहयोग करने की अपील की गई। 

माल एवेन्यू स्थित मुख्यालय पर सोमवार को हुई बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती के 60वें जन्मदिन पर खासकर उत्तर प्रदेश में जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत इलाके के अति गरीबों, असहायों और अन्य जरूरतमंद लोगों की मदद करने का संकल्प व्यक्त किया गया। तय किया गया कि यूपी में सर्वसमाज में बसपा के जनाधार को बढ़ाने के लिए मिशनरी कार्यों पर भी जोर दिया जाएगा। 

मायावती ने इस दौरान यूपी की समाजवादी पार्टी सरकार को गैर जिम्मेदार और असंवेदनशील करार देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में एक प्रकार की बेचैनी और विवशता का माहौल है। इसके मद्देनजर अति गरीबों की मदद करना काफी जरूरी हो गया है। बैठक में सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को जनता के दुख दर्द से कोई मतलब नहीं है। प्रदेश सरकार का ध्यान अपने परिवार और सैफई पर है। हालांकि उन्होंने यूपी के नए पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को कर्मठ और ईमानदार बताते हुए उनकी तारीफ की। बसपा सुप्रीमो ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए देश के राजनीतिक हालात और सीमा पर असुरक्षा के माहौल पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सम्बंध में इस सरकार की विदेश नीति काफी लचर और अस्थिरता का शिकार नजर आती है। 

मायावती इस बार अपने जन्मदिन पर स्वलिखित पुस्तक मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा का हिन्दी और अंग्रेजी संस्करण इस बार भी जारी करेंगी। साथ ही पार्टी का मिशनरी कैलेंडर भी जारी किया जाएगा। इस बैठक में जन्मदिन तैयारियों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि तन, मन और धन से सहयोग करना जरूरी है। यह बसपा के मिशनरी कार्य का हिस्सा है। इसलिए जन कल्याणकारी दिवस को सफल बनाने का आह्वान पार्टी खासतौर से कर रही है।