वरिष्ठों का सम्मान करें नए आईपीएस
रिटायर हुए पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव, विदाई परेड में हुए अभिभूत
लखनऊ: अपनी विदाई परेड में पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव ने जोर देकर कहा कि मजबूत नेतृत्व मिले तो उत्तर प्रदेश की पुलिस चमत्कार कर सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रमुख के रूप में छह माह के कार्यकाल में पुलिस, पीएसी व होमगार्ड्स पर उनका भरोसा और दृढ़ हुआ है।
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में पुलिस की विभिन्न शाखाओं के जवानों की विदायी परेड से अभिभूत यादव ने कहा कि पिछले छह माह के भीतर पंचायत चुनाव और विभिन्न त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाकर पुलिस ने उत्कृष्ट कार्य किया है। इसका सारा श्रेय वह पुलिस, पीएसी व होमगार्ड के जवानों को देते हैं। जवानों ने बिना आराम किए छह माह तक काम करके उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी चुनौती को आसान कर दिया।
अपनी 32 वर्षों की पुलिस सेवा को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वह गांव के रहने वाले हैं और लगातार गांव से जुड़े भी रहे। उन्होंने लगातार महसूस किया कि संवेदनशीलता में कमी आने से समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता। शिकायतों की जांच साल दर साल चलती रहती है। इसी तरह विभागीय समस्याओं के निपटारे में भी संवेदनशीलता की कमी दिखती है। ज्यादातर मामलों का निपटारा तब किया जाता है जब हाईकोर्ट में अवमानना की स्थिति आती है। सुनवाई न होने से ही विभागीय कर्मचारी नेताओं के पास सिफारिश के लिए जाता है। यदि अधिकारी अपना काम ठीक से करें तो न्यायालयों में मुकदमे और नेताओं की दखल कम हो जाएगी।
डीजीपी ने नए आईपीएस अफसरों को विशेष हिदायत दी। उन्होंने कहा कि उनमें वरिष्ठों के प्रति सम्मान कम हो रहा है। कई पुलिस कप्तान तो एडीजी तक के फोन नहीं उठाते औ न ही काल बैक करते हैं। यह अशोभनीय है। पुलिस में सम्मान की परंपरा को बनाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें पुराने और गरिमापूर्ण ढंग से पुलिस वीक मनाए जाने की परंपरा फिर से न शुरू करा पाने का अफसोस है।
उल्लेखनीय है कि श्री जग मोहन यादव का जन्म 30 दिसम्बर 1955 को जनपद जौनपुर में हुआ था। वर्ष 1983 में भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुये। प्रशिक्षण के उपरान्त सहायक पुलिस अधीक्षक, जनपद इलाहाबाद, कानपुर नगर, अपर पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक नगर जनपद अलीगढ़, पुलिस अधीक्षक जनपद महराजगंज, देवरिया, सीतापुर, देहरादून, पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर, कानपुर नगर, आगरा, सहायक पुलिस महानिरीक्षक पीएसी मुख्यालय लखनऊ, सेनानायक चतुर्थ एवं 42वीं वाहनी पीएसी इलाहाबाद के पदों पर नियुक्त रहे हैं।
वर्ष 1998 में ‘पुलिस उप महानिरीक्षक’ के पद पर प्रोन्नति प्राप्त करने के उपरान्त पुलिस उपमहानिरीक्षक, गोरखपुर परिक्षेत्र, बरेली परिक्षेत्र, लखनऊ परिक्षेत्र, पीटीएस मेरठ, पीएसी मुख्यालय, सीबीसीआईडी मुख्यालय, अन्तर्राज्यीय सीमा परिक्षेत्र बहराइच, दूरसंचार, ई0ओ0डब्ल्यू0 एवं पुलिस उप महानिरीक्षक ‘कार्मिक’ पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद के पदों पर नियुक्त रहे हैं।
वर्ष 2004 में ‘पुलिस महानिरीक्षक’ के पद पर प्रोन्नति प्राप्त करने के उपरान्त निदेशक दूरसंचार, पुलिस महानिरीक्षक गोरखपुर जोन, बरेली जोन, मेरठ जोन, एस0टी0एफ0 एवं डा0 भीमराव अम्बेडकर पुलिस अकादमी मुरादाबाद के पदों पर नियुक्त रहे हैं तथा पुलिस महानिरीक्षक, पीटीसी, सीतापुर के पद पर नियुक्त रहते हुए वर्ष 2010 में ‘अपर पुलिस महानिदेशक’के पद पर प्रोन्नति प्राप्त कर अपर पुलिस महानिदेशक, पीटीसी, सीतापुर, ए0टी0सी0 सीतापुर, अपराध एवं कानून-व्यवस्था, तकनीकी सेवायें, पीटीसी मुरादाबाद एवं कारागार प्रशासन के पदों पर नियुक्त रहे है। अपर पुलिस महानिदेशक सीबीसीआईडी के पद पर नियुक्त रहते हुये वर्ष 2014 में ‘पुलिस महानिदेशक’ के पद पर प्रोन्नति प्राप्त करने के उपरान्त पुलिस महानिदेशक सीबीसीआईडी के पद पर नियुक्त रहे। वर्तमान में पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश के पद पर नियुक्त थे, जहाॅ से आज अधिवर्षता आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हो रहे हैं ।
गणतन्त्र दिवस वर्ष 2000 के अवसर पर ‘दीर्घ एवं सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक’ तथा गणतन्त्र दिवस वर्ष 2011 के अवसर पर ‘विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया है। श्री जग मोहन यादव एक अत्यन्त कर्मठ एवं सुयोग्य अधिकारी रहे हैं, लगभग 32 वर्ष का कार्यकाल अत्यन्त सराहनीय रहा है ।