सपा सरकार में किसान मायूस व बदहाल: भाजपा
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि जब तक प्रदेश का किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करता रहेगा तब तक प्रदेश सरकार का किसान वर्ष मनाना बेमानी होगा। प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि सूखे की मार झेल रहे बैंक व साहूकार के कर्ज से परेशान बुन्देलखण्ड के थाना महोबा कंठ के ग्राम धुरई निवासी डालचन्द्र की आत्महत्या प्रदेश के किसानों के दर्द को बंया करती है यह आज समाचार पत्र में प्रकाशित घटना है। लेकिन आये दिन समाचार माध्यमों से इस तरह की घटनाएं प्रकाश में आती रहती हैं। जो गन्ने का बकाया भुगतान न होने, धान खरीद केन्द्रों के निष्क्रिय होने, अतिवृष्टि-ओलावृष्टि तथा सूखे से लगातार दूसरी बार फसल के तबाह होने, फसलों की तबाही का मुआवजा भुगतान न होने, बीज व खाद के न मिलने तथा सिंचाई के लिए बिजली न मिल पाने के कारण परेशान है, कर्ज के बोझ से दबा है हलाकान तथ परेशान है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार द्वारा राजधानी में किसान वर्ष आयोजन तब तक बेमानी है जब तक प्रदेश के किसान के चेहरे पर मायूसी है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि बेहतर होता सरकार किसान वर्ष आयोजन करने से पहले किसानों के गन्ना बकाये का भुगतान सुनिश्चित कराती, अतिवृष्टि ओलावृष्टि तथा सूखे से तबाह फसलों को मुआवजा भुगतानी कराती, और किसानों को बीज, खाद तथा सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराती।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा सरकार का किसान वर्ष मनाना महज दिखावा है। प्रदेश सरकार की कार्यशैली से प्रदेश के किसानों को मायूसी तथा बदहाली मिली है।