फाकेहा खान की पुस्तक ‘‘जज़्बात‘ का विमोचन
लखनऊ: वोकेशनल इण्डस्ट्रीयल एजूकेशनल एण्ड वेल्फेयर सोसाईटी के तत्वाधान में ‘‘जज़्बात‘‘ नाम की पुस्तक का विमोचन का आयोजन जयशकर प्रसाद सभागार में किया गया। कार्यक्रम अध्यक्षता अमरनाथ अग्रवाल ने की और मुख्य अतिथि के तौर पर ज़रीना उसमानी (अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग, उ0प्र0 ) एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर अनीस मंसूरी (सलाहकार राज्यमंत्री विकलांग जन विकास विभाग, उ0प्र0) मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डा0 मसीहउद्दीन खान एवं सोसाईटी के महासचिव अब्दुल नईम ने किया ।
इस अवसर पर अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि पुस्तक की रचयिता एवं शायरा ने अपने जज़्बात और ख्यालात का इज़हार बाखूबी अपनी पुस्तक में लिखी गयी ग़ज़लो और नज़्मों में दर्शाया है । जिसकी जितनी सराहना की जाए वो कम होगी ।
मुख्य अतिथि ज़रीना उस्मानी ने शायरा फाकेहा खान को मुबारकबाद देते हुए कहा की इन्होने बड़ी खूबसूरती से इस किताब की रचना की है । अपनी बेहतरीन ग़ज़लो नज़्मों और गीतों को लिखा है जिसे पढनें के बाद दिल में मदहोशी का अहसास होता है ।
विशिष्ट अतिथि अनीस मंसूरी ने इस मौके पर अपने ख्यालात का इज़हार करते हुए कहा के फाकेहा की शायरी एक अच्छी और बेहतरीन शायरी है । क्योकि यह इनकी प्रथम रचना है परन्तु पुस्तक को पढ़ने के बाद पढ़ने के बाद ऐसा कही नही लगता है कि यह इनकी पहली किताब है और हमारी हुकूमत में शायरों की हमेशा इज़्ज़त अफज़ाई की गई है
श्रीमती नाहिद लारी खान ने खिताब करते हुए कहा कि इनकी ग़ज़लोें नज़्मों और गीतों से भरी किताब जिसमें एक-एक लफ्ज़ का इन्तेखाब बहुत खूबसूरती से किया गया है इनकी रचनाओं को पढ़ने के बाद हमें नई ताज़गी का अहसास होता है ।
डा0 मुजाहिदुल इस्लाम ने अपना मकाला पेश करते हुए इनके नग़मात पर तफसील से रौशनी डाली और कहा मोहतरमा फाकेहा की शायरी काबिले मुबारकबाद है और हिम्मत और जुर्रअत मन्द है प्रोग्राम के दरमियान तमाम मेहमानान को सोसाइटी और शायरा की तरफ से उनकी इज़्ज़त अफज़ाई के मोमेंटो पेश किये गये।