लखनऊ हमेशा से अमनो अमान का गहवारा रहा है: जिला मजिस्ट्रेट
रबी-उल-अव्वल के सिलसिले में उलमा की जिला प्रशासन के साथ ईदगाह में मीटिंग हुई
लखनऊ: ईदगाह लखनऊ में रबी-उल-अव्वल के जलसों और 12 रबी उल अव्वल को निकलने वाले जुलूस-ए-मदहे सहाबा की तैय्यारियों के सिलसिले में एक अहम् में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह लखनऊ ने कहा कि ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर 23 दिसम्बर की रात में इस्लामिया कालेज, लालबाग, अमीनाबाद पार्क और चौक मण्डी में मिलाद की महफिले हाती हैं जिसमें लाखो की तादाद में लोग शिरकत करते है और उलेमा की तक़रीरें होती है। इसलिए जि़ला प्रशासन इस अवसर पर सफाई, बिजली, पानी, और सुरक्षा का सख्त इन्तिज़ाम करे।
बैठक में उलामा और जि़ला प्रशासन और सुन्नी तन्जीमों व अन्जुमनों के अधिकारियों की बड़ी संख्या के साथ जिलाधिकारी राजशेखर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय, एडीएम जय शंकर दूबे, एस0 पी0 पश्छिमी अजय कुमार और अवनीश सक्सेना एडिशनल कमिश्नर नगर निगम ने शिरकत की।
मौलाना ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जुलूस-ए-मदहे सहाबा लखनऊ का पुराना और तारीख़ी जुलूस है। इस जुलूस में सभी धर्म के मानने वाले सम्मिलित होते है। इस लिए उसकी सुरक्षा के लिए ड्रोन कैम्रे लगाये जायें। उन्होंने सब सुन्नी मुसलमानो से अपील की कि वह इस जुलूस में अपने बैनरो के साथ रसूल की मुहब्बत और इस्लामी एकता का मुजाहिरा करते हुए शिरकत करें।
कायद जुलूस मदहे सहाबा रजि0 मुहम्मद अहमद खाँ अदीब ने मीटिंग को सम्बोधित करते हुए कहा कि 1998-99 मेें सुन्नी, शिया और प्रशासन के बीच में जो समझौता हुआ था उसी के अनुसार जुसूस-ऐ-मदहे सहाबा निकलना आरम्भ हुआ है। अब हम सब का कर्तव्य है कि इसी समझौते का पालन करते हुए जुलूस-ए- मदहे सहाबा में अमन व सलामती के साथ सम्मिलित हों। रईस अंसारी ने तमाम अंजुमनों को निर्देष दिए कि वह अपने मोहल्लों और इलाकों से जुलूस की शक्ल में खुले हुए झण्डे लेकर न आयें। जुलूस में कोई आपत्तिजनक नारा न लगायें जिससे किसी व्यक्ति या जमाअत को ठेस पहंुचे। मौलाना मुहम्मद मुश्ताक अध्यक्ष आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड ने कहा कि अगर कोई असमाजिकतत्व जुलूस में बाधा डालने का प्रयास करें या कोई अफवाह फैलायें तो उस पर ध्यान केन्द्रित न करके जुलूस के जिम्मेदारोें को सूचित करें। मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीक़ी प्रधानाचार्य दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल ने कहा कि यह जुलूस 12 रबी उल अव्वल 1437 हि॰ मुताबिक़ 24 दिसम्बर 2015 को जुलूस सुबह 9 बजे अमीनाबाद पार्क से शुरू होकर मौलवी गंज, रकाब गंज, नादान महल रोड, नक्खास चैराहा, बिल्लौच पुरा, हैदर गंज से होता हुआ ईदगाह पहँुच कर समाप्त होगा। उन्होंने ने जिला प्रशासन पर जोर देकर कहा कि जुलूस के लिए सलामती और सुरक्षा के उपाय करें। मौलाना मुहम्मद सुफयान निजामी ने कहा कि जुलूस मदहे सहाबा को पूरी शान व शौकत के साथ निकाला जाए और नई पीढ़ी को इस बात की शिक्षा देने की जरूरत है कि यह जुलूस कितनी कुर्बानियों के बाद प्राप्त हुआ है। इस लिए इसकी सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है।
जिला प्रशासन की तरफ से डी एम राज शेखर ने कहा कि गतवर्ष जिस तरह अमन व शान्ति से जुलूस निकलवाया गया थ उसी तरह इस साल भी अमन व शान्ति के साथ जुलूस निकलेगा और इस बात का आश्वासन दिया कि इस वर्ष हर साल की भांति अच्छी व्यवस्था की जायेगी और समझौते का सख्ती से पालन किया जायेगा और जूलूस मदहे सहाबा रजि0 के रास्ते पर ड्रोन कैमरे लगाये जाएगें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय ने कहा कि लखनऊ हमेशा से अमनो अमान का गहवारा रहा है हमारी कोशिश है कि यह अमन व एकता कायम रहे। रबी उल अव्वल के जलसों और जुलूस को देखते हुए जिला प्रशासन की पूरी तैय्यारियाँ जारी हैं। उन्होंने यकीन दिलाया कि समय रहते तैय्यारियाँ होजायेगीं। ए॰ डी॰ एम॰ जय शंकर दूबे ने कहा कि मुहल्ले मुहल्ले मीटिंग की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न होने पाये। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने अवाम से अपील की कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ने दें और कोई भी घटना होने पर जिला अफसरों के तुरन्त सूचित करें। एस0पी0 ट्राफिक हबीबुल हसन ने यकीन दिलाया कि ट्राफिक का उचित से उचित व्यवस्था किये जायेगें। ए0 सी0 एम चतुर्थ, ए0 सी0 एम द्वतीय, सी0 ओ0 और अन्य विभागों के अधिकारियों ने इस मीटिंग में शिरकत की।