शरद पवार पर टिप्पणी करने की कांग्रेस की हैसियत नहीं: के.के. शर्मा
लखनऊ: उ0प्र0 राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के.के. शर्मा ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि केन्द्र में अटल बिहारी बाजपेयी की एक वोट से सरकार गिरने के बाद हुई, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गाँधी बी.जे.पी से बेहद डरी हुई थी और उन्होने ही कांग्रेस पर एक क्षत्र राज्य स्थापित करने के लिए विदेशी मूल का मुद्दा स्वयं कांग्रेस कार्यसमिति की मीटिंग में उठाया और इस मुद्दे को बड़ी चतुराई के साथ एक रणनीति के तहत शरद पवार और उनके साथियों पर चस्पा कर बाहर का रास्ता दिखा दिया। आज देश में शरद पवार सर्वमान्य नेता है, कांग्रेस की हैसियत नही है कि वो उनके बारे में कोई टीका टिप्पणी कर सके।
शरद पवार द्वारा जिस घटना का उल्लेख अपनी आत्मकथा में किया है जिसमें यह कहा गया है कि यू0पी0ए के प्रथम कार्यकाल में सोनिया गाँधी एवं कांग्रेस के अन्य संसद द्वारा राष्ट्रीय सलाहकार समिति का गठन किया गया था जिसकी अध्यक्ष सोनिया गाँधी थी, उस समय यू0पी0ए में शामिल अन्य घटक दलो की राय नही ली गयी तथा यह राष्ट्रीय सलाहकार समिति अन्य घटक दलो पर जबरदस्ती थोप दी गयी थी।
पवार साहब ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सलाहकार समिति कैबिनेट को प्रभावित कर रही थी तथा कैबिनेट एवं मंत्रालय के महत्वपूर्ण निर्णय राष्ट्रीय सलाहकार समिति की अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा लिये जाते थे साथ ही उन्होने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार के सभी मत्रांलयो की फाइल सोनिया गाँधी के टेबल पर महत्वपूर्ण निर्णय के लिये भेजी जाती थी। जिससे कृषि मंत्रालय अपवाद रहा और न ही कृषि मंत्रालय की कोई भी फाइल सोनिया गाँधी के पास भेजी गयी।
राष्ट्रीय सलाहकार समिति के माध्यम से सोनिया गाँधी की दखलन्दाजी को मनमोहन सिंह समेेत कई मंत्रीगण असहज महसूस कर रहे थे। पवार साहब ने यह भी कहा कि वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आदर करते है, लेकिन वह इस बात से स्वयं को असहज महसूस कर रहे थे कि राष्ट्रीय सलाहकार समिति की अध्यक्ष सोनिया गाँधी केन्द्र सरकार के सभी मंत्रालय पर अपना वर्चस्व दिखाना चाहती थी एवं खुद को सुपर प्राइम मिनिस्टर मानती थी। इसी बात को लेकर शरद पवार एवं प्रफुल्ल पटेल ने अपना इस्तीफा देने तक की बात रखी थी।
के.के. शर्मा ने कहा कि आज जमीनी स्तर पर राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी उ0प्र0 में कांग्रेस से बहुत भागो की बढ़त ले चुकी है तथा आगामी विधानसभा चुनाव 2017 इसका पैमाना होगा। उन्होने यह भी बताया कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार शीघ्र ही प्रदेश का सघन दौरा करेगे।