लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जनता से झूठे वादे करने वाली मोदी सरकार को वह तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किए जाने की सिफारिष महामहिम राष्ट्रपति से करे क्योंकि चुनाव आयोग ने चुनाव से पूर्व सभी दलों को चेतावनी दी थी कि चुनाव के बाद जिन दलों की सरकार अपने घोषणा पत्र में जनता से किए वादों को पूरा नही करेंगी उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। सर्वोच्च न्यायालय के भी मोदी सरकार की इस धोखाधड़ी को अपने संज्ञान में लेना चाहिए।

महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक तथा महासचिव षिवनारायण कुषवाहा ने चुनाव आयोग को एक पत्र प्रेषित करते हुए कहा है कि मोदी सरकार ने जनता से झूठे वादे करके उसे धोखा दिया है। कष्मीर में धारा 370, गंगा सफाई अभियान, अयोध्या में राम मंदिर , विदेषों से कालाधन लाने, एफ0डी0आई0 में कटौती करने, महंगाई पर रोक लगाने, गौ हत्या बंद करने आदि के सभी वादे झूठे साबित हुए है। कष्मीर में 370, गंगा सफाई अभियान, अयोध्या में राम मंदिर, विदेषों से कालाधन और महंगाई पर अंकुष लगाने के मामलों में मोदी सरकार ने अभी तक कोई पहल नही की है। जबकि कुछ मामलों में मोदी की केन्द्र सरकार अपने वादों के विपरीत कार्य कर रही है। जैसे-एफ0डी0आई0 का विरोध करने वाली बीजेपी सरकार अब रक्षा जैसे-संवेदनषील क्षेत्रों में भी एफ0डी0आई0 को बढ़ावा देने का काम कर रही है। गुलाबी क्रांति के नाम पर गौ हत्या बंद कराने के बजाए वह गाय के गोष्त का व्यापार करने वाली कंपनियों को नई सुविधाएं और छूट दे रही है। विदेषों में कालाधन जमा करने वालों की सूची प्राप्त हो जाने के बावजूद वह न तो कालाधन जमा करने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाई कर रही है और न ही उनका काला धन जब्त कर रही है।

नेता द्वय के अनुसार जनता को धोखा देने वाली मोदी की केन्द्र सरकार इस पर पर्दा डालने के लिए अब लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दे उछालकर देष की जनता को गुमराह करने की कोषिष कर रही है और देष का माहौल बिगाड़ना चाहती है लेकिन जनता उसके इस घृणित खेल को अच्छी तरह समझ रही है और उसके झांसे में नही आ रही है।

दोनों नेताओं का कहना है कि अगर मोदी सरकार को समय रहते बर्खास्त न किया गया तो ये देष की सेहत के लिए अच्छा नहीं होगा। जिसके खिलाफ महासभा व्यापक आंदोलन चलाएगी।