मोहब्बत से ख़त्म हो सकती है बड़ी से बड़ी नफरत: आज़म
रामपुर। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां ने आज अमरीका को अपने निशाने पर लिया । आज़म ने कहा कि बराक ओबामा के नाम से हुसैन हटाना अमेरिका की बड़ी साजिश है। अमेरिका अपनी खुशहाली के लिए दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध की दहलीज पर लेकर जा रहा है।
जौहर यूनिवर्सिटी में याद-ए-जौहर कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मोहब्बत के जरिए बड़ी से बड़ी नफरत को भी खत्म किया जा सकता है, लेकिन किसी का तेल का कुंआ, किसी के सोने और प्लेटिनम की पहाड़ी न लूटी जाए तो। अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया में बहुत बड़ी साजिश रची जा रही है। भले ही एक कमजोर मुसलमान दुनिया के सबसे ताकतवर देश का बादशाह बन गया हो, लेकिन साजिश के तहत बराक ओबामा के नाम से हुसैन हटा दिया गया है। राष्ट्रपति बनने पर शपथग्रहण कार्यक्रम में बराक हुसैन ओबामा के नाम से ही पुकारा गया था, लेकिन चंद सेकेंड बाद ही उनके नाम से हुसैैन हटा दिया गया। हमें तो उसे मुसलमान कहते हुए भी शर्म आती है। अमेरिका अपनी खुशहाली के लिए दुनिया को लड़ाना चाहता है। दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया गया है। पेरिस हमले के बाद हम पर बड़े-बड़े हमले हुए, लेकिन अपने मुल्क के ही व्यक्ति ने हमें दाऊद इब्राहीम तक कह दिया। आप ही बताइये, हमने गरीब बच्चों के लिए जो स्कूल और यूनिवर्सिटी बनवाए हैं, हम इस सल्तनत को कहां लेकर जाएं। हमारे और उनके बीच में यह फर्क है कि हम रोशनी देते हैं और वो बस्तियां जलाते हैं। हमारे पूर्वजों ने भी देश की आजादी में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। जलियांवाला बाग जाकर देखो, वहां जो पत्थर लगा है उसमें जो नाम लिखे हैं, उनमें अंग्रेजों की गोली से मरने वाले 40 फीसद नाम हमारे लोगों के मिलेंगे। हमने कारगिल की लड़ाई जीती, यह बात यह सोचकर कही थी कि हमें मुल्क में सम्मान मिलेगा, लेकिन हमें क्या पता था कि हमारा शरीर पत्थरों से छलनी कर दिया जाएगा।