निःशक्तजन, विशेष बच्चों एवं कुष्ठ पीडि़तों के मानवीय अधिकार के लिए समाज में जागृति लायें: राज्यपाल
लखनऊ: आज लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में संस्था माइण्ड शेयर द्वारा मानवाधिकार दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने कहा कि मानवाधिकार दिवस संकल्प व्यक्त करने का दिन है। युवाओं को मानवाधिकार दिवस के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिलें। निःशक्तजन, विशेष बच्चों एवं कुष्ठ पीडि़तों के मानवीय अधिकार के लिए समाज में जागृति लायें। मानवाधिकार की रक्षा के लिए मीडिया भी सहयोग करें। जागरूकता से समाज को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के मानवाधिकार की रक्षा के लिए समाज एकजुट हो।
कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एस0बी0 निम्से, प्रमुख सचिव जीतेन्द्र कुमार, महिराजध्वज सिंह, संस्था के महासचिव सैय्यद जुल्फी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे। इस अवसर पर विशेष बच्चों ने नृत्य के माध्यम से वंदे मातरम् प्रस्तुत किया तथा दृष्टिबाधित बच्चों ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किये। राज्यपाल ने इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया तथा प्रो0 सुशील, श्रीमती सुतापा सान्याल और डाॅ0 रमाकान्त को सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने कार्यक्रम में सैय्यद जुल्फी एवं श्री जीतेन्द्र कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘राइट्स एण्ड वैल्यूज‘ का लोकार्पण भी किया।
श्री नाईक ने कहा कि कुष्ठ पीडि़तों एवं विशेष बच्चों के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। विज्ञान ने सिद्ध कर दिया है कि कुष्ठ रोग संक्रामक नहीं है तथा इलाज से पूर्णतया ठीक हो सकता है। लोग कुष्ठ पीडि़तों से दूर रहते हैं और यह भूल जाते हैं कि वह भी मनुष्य हैं। मानव का जन्म लेने वाले को शिक्षा लेने का अधिकार है। कुष्ठ पीडि़तों से संबंधित 17 ऐसे कानून है जिन्हें बदलने की जरूरत है। उनके सुझाव पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कुष्ठ पीडि़तों के लिए निर्वहन भत्ता रू0 2500 कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना होगा कि वंचितों को उनके अधिकार दिलाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
प्रमुख सचिव श्री जीतेन्द्र सिंह ने कहा कि बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में बताया जाए। उन्होंने बच्चों का आह्वान करते हुए कहा कि बच्चें अपने सपने पूरा करने के लिए लक्ष्य बनाये और उसके लिए लगातार प्रयास करें।
कुलपति प्रो0 एस0बी0 निम्से सहित अन्य लोगों ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखें। कार्यक्रम के बाद राज्यपाल ने उपस्थित लोगों को मानवाधिकार दिवस पर शपथ दिलायी तथा विशेष बच्चों ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया।