दोबारा मंत्री बनाना था तो गायत्री को हटाया ही क्यों: डा0 मनोज मिश्र
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने सपा सरकार के संभावित आठवें विस्तार पर प्रहार किया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने अखिलेश मंत्रिमण्डल के संभावित आठवें और निरर्थक विस्तार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि खनन मंत्री गायत्री प्रजापति की पुनः ताजपोशी का मतलब भ्रष्टाचार को खुलेआम संरक्षण देना है। एक प्रश्न प्रदेश की जनता के दिमाग में कौंध रहा है कि श्री प्रजापति को भ्रष्टाचार के आरोप में हटाने के बाद पुनः क्यों मंत्री बनाया जा रहा है ? मात्र एक पखवारे में वे दूध के धुले कैसे हो गये ? यह मंत्रिमण्डल का विस्तार भ्रष्टाचार का आठवा विस्तार है।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि आतंरिक कलह के कारण सपा काफी गड़बड़ाई हुई है। लगभग साढ़े चार साल के कार्यकाल में उ0प्र0 में साम्प्रदायिक हिंसा, लूट, बलात्कार, डैकती, महिला अपराध, जातिवाद, भाई भतीजा वाद और भ्रष्टाचार सरकार की उपलब्धियां है। भ्रष्टाचार के नित नये-नये आयाम हुए है। जातिवाद की पराकष्ठा है। अब सपा संगठन और सरकार में आपसी कलह का शिकार है। मंत्रीमण्डल का आठवां विस्तार उसी कलह को दबाने की कोशिश हैै। यह कोशिश भ्रष्ट मंत्रियों को निकालने एवं पुनः समायोजित करने की कोशिश है। प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री श्री से इस विस्तार की उपयोगिता जानना चाहती है ?
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि यदि भ्रष्ट मंत्रियों को पुनः मंत्री बनाना ही था तो उन्हें हटाया ही क्यों ? इतने कम दिनों में इन मंत्रियों का चरित्र सुधर कैसे गया ? कौन सी जांच हुई और किसने सत्यापित किया ? भ्रष्टाचार के संरक्षण का यह सपाई पैमाना है। सपा सरकार में प्रदेश अंधकार युग में पहुंच गया है। विकास ठप पड़ा है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त है। किसी फ्रण्ट पर कोई गंभीर काम नहीं हो रहा है। अखिलेश मंत्रिमण्डल का आठवां विस्तार सच में सपा सरकार में भ्रष्टाचार का विस्तार है।