येस बैंक ने जारी की सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट
येस बैंक ने वित्त वर्ष 2014-15 के लिए अपनी सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट ‘‘ग्लोकलाइजिंग रिस्पांसिबल बैंकिंग इन इंडिया’’ जारी की है।
इस रिपोर्ट को एक ऐसे समय में जारी किया गया है जब वैश्विक सीमाएं मिट रही हैं ताकि ‘ग्लोकल’ (वैश्विक-स्थानीय) प्रभाव कायम किया जा सके, जिसमें वैश्विक और स्थानीय दोनों तरह की चुनौतियों को विभिन्न क्रमचयों और संयोजन (परम्युटेशन और काॅम्बिनेशन) में वैश्विक या स्थानीय समाधानों से सुलझाया जा सके। यह उभरती हुई अवधारणा देशों को एक चक्रीय अर्थव्यवस्था की दिशा में बढ़ने में मदद कर रही है, जहां वित्तीय, सामाजिक और पर्यावरणीय वरीयताएं एकीकृत हों। अपनी शुरूआत के बाद से ही, येस बैंक ने एक वित्तीय संस्थान के रूप में अपनी जिम्मेवारी के निर्वाह की पूरी कोशिश की है और इसने इस एकीकृत सपने को पूररा करने के लिए दायित्वपूर्ण बैंकिंग (रिस्पांसिबल बैंकिंग) की नीति शुरू की है।
इस रिपोर्ट को जारी करने के साथ ही, येस बैंक एकमात्र ऐसा भारतीय बैंक बन गया है जिसने ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशियेटिव (जीआरआई) के ळत्प् ळ4 ‘व्यापक’ रिपोर्टिंग दिशानिर्देशों के अनुरूप बाहरी रूप से आश्वस्त रिपोर्ट जारी की है। जीआरआई, सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग का वैश्विक बेंचमार्क ढांचा है।
ळ4, नवीनतम जीआरआई रिपोर्टिंग ढांचा है, जो रिपोर्टर्स को डिस्क्लोजर्स उपलब्ध करवाने और अपने व्यवसाय से जुड़ी चीजों के सूचकों पर प्रतिक्रिया देने के लिए प्रोत्साहित करता है। रिपोर्ट का ‘व्यापक’ मानदंड इस बात पर जोर देता है कि इसमें इन्हैंस्ड शेयरधारकों से बातचीत और परामर्श चिन्हित सभी आवश्यक मुद्दों के प्रत्येक सूचक पर प्रतिक्रिया शामिल हो। यह रिपोर्ट बाह्य रूप से केपीएमजी द्वारा सुनिश्चित की गई है, जिससे पाठकों के लिए इसकी सामग्री और इसकी उपयोगिता की विश्वसनीयता और अधिक मजबूत हो जाती है।
इस रिपोर्ट के लाॅन्च की घोषणा करते हुए, येस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी, राणा कपूर ने कहा, ‘‘अपनी जिम्मेवारीपूर्ण बैंकिंग की नीति के अनुरूप, हमें भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में ट्रिपल बाॅटमलाइन एकाउंटिंग और रिपोर्टिंग में मानक स्थापित करने का गर्व है। चूंकि हमारा सस्टेनेबिलिटी विजन हमारी प्रमुख कारोबारी रणनीतियों और प्रक्रियाओं पर आधारित है, इसलिए प्रत्येक कर्मचारी, ग्राहक, पार्टनर या बैंकिंग क्षेत्र का प्रतिस्पद्र्धी एक प्रमुख अंशधारक बन जाता है और इस रिपोर्ट का उद्देश्य उनके लिए महत्वपूर्ण सभी अत्यावश्यक मुद्दों और चिंताओं को कवर करना है।’’