आजम ने संभाला सपा में शांति बहाली का मोर्चा
आसिफ मिर्ज़ा
लखनऊ । समाजवादी पार्टी में अभी संगठन का चाबुक और चलेगा। समाजवादी परिवार में चले सत्ता संग्राम के बाद फॉर्म में आए नए प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव जल्द ही प्रदेश इकाई भंग कर नए सिरे से गठित करने की तैयारी कर कर रहे हैं। इसके अलावा तीन विधायकों व दर्जन भर युवा नेताओं पर भी गाज गिर सकती है। इस बीच सपा में शांति बहाली को लेकर आजमखां ने मोर्चा संभाल लिया है।
पिछले दिनों समाजवादी पार्टी संगठन व सरकार में मचे घमासान के बाद प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने चार विधायकों सहित यूथ विंग के अध्यक्षों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। यही नहीं, इस फैसले के विरोध में जिन लोगों ने इस्तीफे दिये, उन्हें भी तुरंत स्वीकार कर लिया गया था। बुधवार को शिवपाल ने अपनी प्रवक्ताओं की टीम में भी बदलाव किया। इसके बाद अब संगठन में बड़े बदलाव की उम्मीद लगाई जा रही है। समाजवादी पार्टी सूत्रों का कहना है कि जल्द ही प्रदेश इकाई का पुनर्गठन किया जाएगा। शिवपाल खेमा इसमें सांगठनिक निष्क्रियता को आधार बनाकर तमाम लोगों को बाहर कर सकता है। प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री भी इस बदलाव की चपेट में आ सकते हैं। चर्चा तो यहां तक है कि आजमगढ़ में छह अक्टूबर को प्रस्तावित समाजवादी पार्टी की रैली से पहले भी यह बदलाव हो सकता है। यदि रैली के मद्देनजर बदलाव टला, तो रैली के तुरंत बाद शिवपाल अपनी नई टीम घोषित करेंगे। उधर सरकार व संगठन के स्तर इस समय तूफान से पहले की शांति का माहौल है। जल्द ही तीन और विधायकों सहित दर्जन भर अन्य नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक इन तीनों विधायकों के नाम चिह्नित कर लिये गए हैं। युवा ब्रिगेड के आधा दर्जन से अधिक नेता भी चिह्नित किये गए हैं। इन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
आजम ने संभाला शांति का मोर्चा
समाजवादी परिवार में संग्राम विराम के बाद तेजी से शांति बहाली का मोर्चा आजम खां ने संभाला है। बुधवार को वह प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने उनके सरकारी घर पहुंचे। जहां गिले-शिकवे किनारे रखकर विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने की बात कही गयी है। मुख्यमंत्री की विकास रथ यात्रा और आजमगढ़ में मुलायम सिंह की चुनावी रैली की तैयारियों पर चर्चा हुई। समाजवादी परिवार के संग्राम के दौरान इशारों में अमर सिंह पर इशारों पर कटाक्ष करने के अलावा तटस्थ की भूमिका में रहे। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री के साथ-साथ रहने के बाद बुधवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के साथ पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के आवास पहुंचे। इस दौरान तीनों नेताओं ने तकरीबन आधे घंटे तक बातचीत की जिसकी कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गयी, मगर सूत्रों का कहना है कि गिले शिकवे किनारे रख विधानसभा चुनाव में जुटने पर बात हुई। प्रदेश अध्यक्ष ने छह अक्टूबर को आजमगढ़ में होने वाली मुलायम की रैली की तैयारियों पर हुई चर्चा की जानकारी दी और मुख्यमंत्री की विकास रथ यात्रा निकालने व उसके मार्ग पर चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान चर्चा में मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई मगर कोई फैसला नहीं किया गया।