दलित विरोधी बयान पर फंस सकते हैं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह
अमृतसर। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में हुई हिंसा के संबंध में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के आपत्तिजनक बयान के लिए उन पर अनुसूचित जाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. राज कुमार वेरका ने आज कहा कि जनरल वी के सिंह द्वारा दलित विरोधी बयान देने के लिए उन पर मामला दर्ज किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वह इस बयान की जांच कराएंगे और आरोप सिद्ध होने पर जनरल सिंह पर मामला दर्ज किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जनरल वी के सिंह (रिटा) ने आज बयान दिया था कि अगर कुत्ता मर जाए तो इस पर सरकार क्या कर सकती है। हालांकि वी के सिंह ने स्पष्ट किया है कि उनके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बयान दिया था कि अगर किसी दलित की मौत हो जाती है तो इसमें सरकार का कोई दोष नहीं।
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब वीके सिंह ने कोई विवादित बयान दिया हो इससे पहले भी वह कई मौकों पर विवादित बयान देकर फंस चुके हैं। इससे पहले मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करके तो कभी साहित्यकारों पर भी अय्याशी का आरोप मढ़कर वीके सिंह विवादों में फंसते रहे हैं। सेना में रहने के दौरान भी उनकी उम्र को लेकर काफी विवाद रहा।
गौरतलब है कि फरीदाबाद के बल्लभगढ़ इलाके में एक गांव में एक पूरे परिवार को जला के मारने की कोशिश की गई। इसमें दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद इसे लेकर राजनीति भी गरमा गई है। विपक्ष इसे लेकर लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में है। इसके साथ ही इलाके के लोग भी आंदोलन के लिए उतारू हैं। बुधवार को पुलिस को लाठी चलानी पड़ी थी।