राज्यपाल ने सभी धर्म के लोगों के साथ में किया फलाहार
लखनऊः राष्ट्रीय एकीकरण की उदात्त भावना को मूर्त रूप देने के लिए मनकामेश्वर मठ-मन्दिर में देव्या चैरिटेबल ट्रस्ट एवं सनातन धर्म फाउण्डेशन द्वारा सामूहिक फलाहार उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, महापौर डाॅ0 दिनेश शर्मा, गुरूद्वारा नाका हिण्डोला के अध्यक्ष आर0एस0 बग्गा, मौलाना सूफियान नियाजी सहित सभी धर्म के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में सभी अतिथियों को महन्त देव्या गिरी द्वारा तुलसी का पौधा प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट किया गया। राज्यपाल ने इस अवसर पर देव्या चैरिटेबल ट्रस्ट की वेबसाईट का उद्घाटन भी किया।
राज्यपाल ने कहा कि सभी धर्माें के लोगों का एक साथ मनकामेश्वर मंदिर में नवरात्रि के अवसर पर फलाहार उत्सव में सम्मिलित होना वास्तव में ऐतिहासिक एवं अद्रभुत है। इस कार्यक्रम की चर्चा लखनऊ ही नहीं पूरे देश में होनी चाहिए। लोग मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा और चर्च आदि में प्रार्थना करने जाते हैं ताकि मन शुद्ध हो। जब मन शुद्ध होता है तो व्यवहार भी शुद्ध होता है। हमारा देश सर्वधर्म समभाव और पूरे विश्व को वसुधैव कुटुम्बकम् यानि एक परिवार के रूप में मानने की संस्कृति पर विश्वास करता है। यही संदेश हमारे देश के ऋषि-मुनि एवं सूफी संतों ने दिया है। स्वामी विवेकानन्द ने भी शिकागों के सर्वधर्म परिषद में वसुधैव कुटुम्बकम् की बात करते हुए भारतीय संस्कृति पर अपने विचार रखे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का सांस्कृतिक भाव भी बडे़ महत्व का है।
श्री नाईक ने कहा कि सभी धर्मों में उपवास का महत्व है। उपवास से शरीर और मन दोनो स्वस्थ रहते हंै। अपने 15 महीने के कार्यकाल में अलग-अलग समय पर अलग-अलग कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। यह पहला कार्यक्रम है जहाँ मंदिर में सभी धर्मों के लोग इकट्ठे हुए हैं। आजादी की लड़ाई में देश के सभी धर्म एवं वर्ग के लोगों ने मिलकर अंग्रेजी शासन के खिलाफ योगदान किया था। उन्होंने कहा कि आज उसी भावना की जरूरत है कि हम सब मिलकर एकजुटता के साथ देश एवं प्रदेश में सौहाद्र एवं विकास के लिए अपना सहयोग दें।
महापौर डाॅ0 दिनेश शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सारे धर्म के लोग मनकामेश्वर मंदिर में उपस्थित हैं। इस जनसमूह को देखकर ऐसा लगता है जैसे भगवान शिव का परिवार हो। शिवजी ने विष पीया तो देवों में महादेव हो गये। उन्होंने कहा कि अलग-अलग विचारधारा के लोग यहाँ इकट्ठा हैं जो प्रसन्नता का विषय है।
मौलाना सूफियान नियाजी ने कहा कि सफलता के लिए एकता जरूरी है। हमारे मुल्क की तहजीब पूरी दुनिया में इसलिए मशहूर है कि भारत में सभी लोग मिलकर अपना-अपना त्याहौर मनाते हैं। ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से पूरी दुनिया में यह संदेश जाना चाहिए कि भारत में हिन्दू और मुस्लिम आपस में मोहब्बत से रहते हैं। उन्होंने कहा कि अनेकता में एकता ही हमारे देश को दुनिया में अनोखा बनाती है।
सरदार आर0एस0 बग्गा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि महन्त देव्या गिरि द्वारा आयोजित कार्यक्रम प्रशंसनीय है तथा सभी धर्म के लोगों को जोड़ने का अच्छा प्रयास है।
महन्त देव्या गिरि ने अपने विचार रखते हुए बताया कि सामूहिक फलाहार कार्यक्रम पिछले तीन वर्षों से आयोजित किया जा रहा है परन्तु पहली बार कार्यक्रम मनकामेश्वर मंदिर में रखा गया है। भारत उत्सव का देश है। व्रत, उपासना, प्रार्थना हमारे रक्त में हैं यह केवल एक धार्मिक भावना नहीं है बल्कि जीवन का सार है। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि फलाहार कार्यक्रम से सहिष्णुता की भावना को बढ़ावा मिलेगा तथा सभी धर्म के लोगों में आपसी विश्वास बढे़गा।
राज्यपाल ने इस अवसर पर सभी के साथ फलाहार किया तथा कन्याओं को चुनरी व फल की टोकरी भी प्रदान की।