भारत टी-20 वर्ल्ड विश्व कप खिताब का प्रबल दावेदार : ब्रायन लारा
टीम इंडिया अगले साल वर्ल्ड टी-20 में खिताब की प्रबल दावेदार : ब्रायन लारा
हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम हाल में भले ही अनुकूल परिणाम हासिल करने में नाकाम रही हो लेकिन वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा का मानना है कि अगले साल होने वाली विश्व टी20 चैंपियनशिप में भारत खिताब के प्रबल दावेदारों में से एक होगा। भारत ने हाल में दक्षिण अफ्रीका से तीन मैचों की टी20 श्रृंखला 0-2 से गंवायी थी। अगले साल टी20 विश्व चैंपियनशिप भारत में ही होगी। लारा ने आज यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘मेरा मानना है कि भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर बेहद खतरनाक होती है। उसने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में 2011 में वनडे विश्व कप जीतकर यह साबित भी किया है। उनके पास कई आकर्षक और विविधतापूर्ण खिलाड़ी हैं। ’
उन्होंने कहा, ‘मैं उन्हें टूर्नामेंट (टी20 विश्व कप ) का प्रबल दावेदार मानता हूं। मैं जानता हूं कि घरेलू सरजमीं पर खेलने का दबाव हमेशा रहता है। लेकिन उसके खिलाड़ी परिपक्व है और उनकी विश्व कप जीतने की बहुत अच्छी संभावना है। ’ वेस्टइंडीज के संदर्भ में लारा से पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी वर्तमान टीम के मेंटर की भूमिका निभाने के बारे में विचार किया। लारा ने कहा, ‘यदि मैं वेस्टइंडीज टीम के साथ मेंटर या कोच के रूप में जुड़ता हूं तब भी मुझे नहीं लगता कि बड़ा अंतर पैदा होगा। असल में समस्या काफी गंभीर है और उसकी जड़ें गहराई तक पहुंच चुकी हैं। हमारा ढांचा बेहद औसत है और प्रशासनिक तौर पर हम अच्छा काम नहीं कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई व्यक्ति किसी तरह का जादू करके शीर्ष स्तर पर बदलाव ला सकता है। ’
उन्होंने कहा, ‘मैं अंतर पैदा करना पसंद करूंगा लेकिन मुझे लगता है कि जमीनी स्तर से ऐसा करना होगा। उम्मीद है कि भविष्य में हम ऐसा करने में सफल रहेंगे। ’ लारा से जब पूछा गया कि उन्होंने समय से पहले संन्यास ले लिया था, बायें हाथ के इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं एक दो रिकार्ड बना सकता था लेकिन मैं वास्तव में रिकार्ड के लिये बल्लेबाजी नहीं करता था। मेरे लिये 12000 रन बनाना महत्वपूर्ण नहीं था।
मुझे लगा कि यह संन्यास लेने के लिये सही समय है। मेरा अब भी मानना है कि मैं जिन टीमों से भी खेला मैंने उनके साथ खेलने का आनंद उठाया। ’ लारा ने कहा कि वह भारत प्रवास का पूरा लुत्फ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि जब मैं खेला करता था तब भी भारत ऐसा स्थान था जहां आना मुझे पसंद था। मुझे भारतीय लोग और उनका जुनून पसंद हैं। मेरे यहां कुछ खास दोस्त सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली हैं। भारतीय काम के प्रति जुनूनी होते हैं इसका ये सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। ’