काशी में बवाल, कई इलाक़ों में कर्फ्यू
हिन्दू युवा वाहिनी के लोगों ने पुलिस पर किया पथराव, कई इलाक़ों में कर्फ्यू लगा
वाराणसी। धर्म के रक्षार्थ साधु-संतों की ओर निकाली जा रही अन्याय प्रतिकार यात्रा को व्यापक जनसमर्थन मिला। चार बजे के आस-पास यात्रा टाऊन हाल मैदान से गोदौलिया के लिए कूच कर गई। यात्रा जैसे ही नीचीबाग से आगे बढ़ी कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और पुलिस जीप भी फूंक दी। जिसके बाद बवाल बढ़ गया और पुलिस को एक बार फिर संतों पर लाठी चलानी पड़ी। पथराव के चलते कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि बवाल के बीच यात्रा लगातार जारी रही और दशश्वमेघ घाट की ओर बढ़ गई।शहर के विभिन्न हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
ताजा जानकारी के मुताबिक घटनास्थल पर तनाव बरकरार है जबकि पुलिस ने गोदौलिया, चौक और मैदागिन इलाकों को सील कर दिया है। पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।
गोदौलिया पहुंचते ही हिन्दू युवा वाहिनी के लोगों ने पीएसी के तीन जवानों को बुरी तरह पीट दिया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया जिसके बाद भीड़ में भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज के खिलाफ रैली में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव के बाद जनता आगजनी पर उतारू हो गई। पुलिस जीप और पुलिस बूथ के साथ कई स्थानों पर आगजनी की। भीड़ को भगाने के लिए पुलिस को लाठी के अलावा आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट भी छोड़ने पड़े। आंसू गैस के जवाब में भी़ड़ की ओर से पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके गए।
हंगामे के 10 मिनट बाद ही स्थित पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो गई। भीड़ इस तरह भड़की कि जो भी हाथ लगा तोड़ दिया या जलाना चाहा। ऐसा माना जा रहा है कि विवाद का पटापेक्ष अगर एसएसपी चाहते तो पहले ही करवा सकते थे। गोदौलिया में पुलिस व्यवस्था लचर थी जिसके चलते बवाल इतना तेजी से बढ़ गया और पुलिस कुछ नहीं कर सकी।
हंगामे के बाद शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। अफवाहों का बाजार भी गर्म है। कई लोग कर्फ्यू की बात कर रहे हैं जबकि ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है। एसएसपी ने जनता से अपील की है कि सौहार्द्र के लिए सब मिल कर प्रयास करें।
अन्याय प्रतिकार यात्रा तो आगे बढ़ गई लेकिन पुलिस और भीड़ के बीच गोदौलिया में गोरिल्ला युद्ध जारी है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 3 पुलिस जीप सहित करीब डेढ़ दर्जन वाहन आग के हवाले हो चुके हैं। दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। पूरे हंगामे में एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना भी है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में यात्रा में शामिल लोगों के अलावा पुलिसकर्मी और मौके पर मौजूद मीडियाकर्मी भी हैं।
यात्रा में हजारों साधु-संतों के साथ विभिन्न संगठनों के लोग शामिल थे। यात्रा मार्ग भी खचाखच भरा हुआ था। हर तरफ सिर्फ बाबा विश्वनाथ के उद्घोष हो रहे थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के तगड़े इंतजाम किए गए थे।
दोपहर तीन बजे के आसपास स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज टाऊन हाल मैदान पहुंचे और वहां सभा को संबोधित किया। उनके अलावा कई और संतों ने लोगों को संबोधित किया और हर हाल में गंगा में ही प्रतिमा विसर्जन का संकल्प दोहराया। इश दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर आग उगली गई।
यात्रा साढ़े चार बजे नीचीबाग को पार कर गई थी। इससे पहले रैली में भाग लेने के लिए चक्रपाणि महाराज, विहिप नेता साध्वी प्राची व अयोध्या समेत कई शहरों से लगभग 50 हजार साधु संत आ चुके थे।