वक़्फ़ की सुरक्षा के लिए एक हुए शिया-सुन्नी ओलेमा
लखनऊ : मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने यूपी प्रेस क्लब में संयुक्त शिया सुन्नी प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग सवाल करते हैं कि वक्फ बचाओ आंदोलन से क्या फायदा हुआ, जेल भरो आंदोलन हुआ, पुलिस ने बर्बर व्यवहार कया और युवा फर्जी मुकदमों में अभी भी जेल में बंद है। मौलाना ने कहा कि पहली बात जो इस्लाम हमको सिखाता है और हमेशा हमको उसका पालन करना है वह यह कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने धार्मिक कर्तव्य का पालन करें और परिणाम खुदा के हवाले कर दें, वक्फ चिह्न की रक्षा करना हमारा शरई कर्तव्य है और कर्तव्य , दायित्व का भुगतान जरूरी होती है परिणाम की चिंता नहीं की जाती और जो कुछ लोग इस आंदोलन के खिलाफ प्रोपेगन्डा करते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि आंदोलन का मूल था जनता में वक्फ संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना जो सब देख रहे हैं कि कैसे जनता इस जिम्मेदारी को समझ कर हमेशा अत्याचार को सहन कर रही है। इस समय पूरे उत्तर प्रदेश में अगर कहीं भी वक्फ की जमीन बेचने की कोशिश की जाती है तो जनता उसकी खबर देने के साथ साथ इसका कड़ा विरोध करती है और यही इस आंदोलन का मूल लाभ है कि जनता जागरूक हो चुकी है। मौलाना ने कि हमारे वक्फ बचाओ आंदोलन के आधार पर न केवल कि शिया जनता जागरूक हुई बल्कि अहले सुन्नत जनता भी अपने वक्फ संरक्षण के लिए जागरूक हुए हैं।
मौलाना ने कहा कि जो लोग सुन्नी वक्फ बोर्ड पर काबिज हैं वे वक्फ को मानते ही नहीं हैं । वक्फ का लक्ष्य सवाब कार्य और सवाब पुहंचाने के लिये होता है और वक्फ बोर्ड में ऐसे लोग हैं जो सवाब पुहंचाने के कायल नही हैं इस लिये सुन्नी वक्फ बोर्ड में खानकाही अहले सुन्नत सज्जनों का प्रतिनिधित्व जरूरी है। मौलाना ने आगे अपने बयान में कहा कि सरकार में भी कुछ इस मानसिक्ता के नेता भी हैं जो वक्फ के उद्देश्य के कायल नहीं हैं और सवाब पुहंचाने का इनकार करते हैं। यह खुद को मुसलमानों का नेता कहते हैं, लेकिन कभी सन्नी भाइयों के अधिकार के लिए आवाज बुलंद नहीं की, ना मुजफ्फरनगर जैसे दंगों में सामने आए और उस समय निंदा मै एक बयान भी जारी नहीं किया जब मसूरी जिला गाजियाबाद में कुरआन का अपमान करने वाले युवाओं का नरसंहार किया गया, ग्यारह लोगों की हत्या की गयी थी मगर तथाकथित मुस्लिम नेताओं का बयान तक नहीं आया । ये अहले सुन्नत को धोखे में रखे हुए हैं। मौलाना ने कहा कि अब अहले सुन्नत जागरूक हैं और ऐसे लोगों के समर्थन में खड़े हैं, जो उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाए ओ आर वक्फ बोर्ड से लेकर हर क्षेत्र में खानकाही अहले सुन्नत का प्रतिनिधित्व देने की बात रखे । हम अपने गठबंधन की घोषणा करते हुए दुश्मनों को निराश करेंगे और अपने लोगों व मिल्लत से कहना चाहते हैं के हमारी एकता हमारी ताकत है।
मौलाना ने अधिक कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि हमारे युवा अभी फर्जी मुकदमों में बंद हैं। उन्हें धारा 151 में गिरफ्तार किया गया था मगर गिरफ्तारी के बाद दर्जनों फर्जी मुकदमे थोप दिए गए हैं ।कत्ल, लूट और डकैती तक के फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं और उन्हें फरार घोषित दिखाया गया है जबकि गिरफ्तारी तक ये लोग मुख्यमंत्री और राज्यपाल साहब से मिलते रहे। इससे जाहिर होता है कि सरकार और प्रशासन कैसे हमारे युवाओं के साथ बर्बरता का व्यवहार कर रहा है।
मौलाना ने अपने रुख की व्याख्या करते हुए कहा क्योंकि हमारा आंदोलन अब पूरे उत्तर प्रदेश में शुरू होने जा रहा है इसलिए अब हम उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर जन्ता में जागरूकता पैदा करेंगे जिसमें शिया सुन्नी दोनों जनता शामिल हैं। मौलाना ने कहा कि जल्द ही बडे स्तर पर संयुक्त शिया सुन्नी सभा जन होंगे ताकि मुसलमानों को धोखा देने वाली सरकार समझ ले कि अब हमारा गठबंधन हमारे आंदोलन की ताकत बनकर उभरेगा और शिया व सुन्नी मिलकर अपने वक्फ की सुरक्षा और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएंगे।
उप सज्जादा नशीन खानकाह बकाई श्री सैयद हसनैन मियां साहब ने कहा कि हम हमेशा शिया सुन्नी एकता के हामी रहे हैं ।दरमियान में सरकारों की नीति फूट डालो और राज करो केे आधार पर हमें मसलकों के नाम पर बांटने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में केवल गुन्डा गर्दी हो रही है ।कानून व्यवस्था सही नहीं है यही कारण है कि जो भी उनके अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाता है उसे कुचलने की कोशिश की जाती है। हम मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी के आंदोलन का समर्थन करते हैं और हमारे साथ हजारों खानकाहें जुड़ी हुई हैं उनका समर्थन भी मौलाना के साथ है।
सफीपुर खानकाह के सज्जादा नशीन शाह सैयद वली उल्लाह सफवी ने कहा कि मौलाना क्लबे जवाद नकवी ने जो ध्वनि अत्याचार के खिलाफ उठाई है यह आवाज हमेशा हमारे बुजुर्ग उठाते रहे हैं ।सभी अहले सुन्नत मौलाना कल्बे जव्वाद के साथ हैं और उनके आंदोलन का समर्थन करते हैं। हम समाजवादी सरकार के अत्याचार के खिलाफ हैं ।हिन्दोस्तान भर में मौजूद हमारी सभी खानकाहें मौलाना के साथ हैं और जल्द ही एक बडा संयुक्त शिया सुन्नी जलसा होगा जिसमें हजारों खानकाहों के सज्जादा नशीन और उलमा शरिक होंगे। सरकार शायद नहीं जानती कि 22 हजार से अधिक खानकाहें हमारे साथ जुड़ी हैं और वे सभी इस आंदोलन में भाग लेंगी क्योंकि अत्याचार के खिलाफ और अपने अधिकार के लिए आवाज उठाना सब पर अनिवार्य है।
संवाददाता सम्मेलन में श्री शाह सैयद हस्सान मियां साहब बकाई, नायब सज्जादा नशीन खानकाह करीमया, आली जनाब सैयद अहमद शाह बकाई सज्जादा नशीन खानकाह फेजिया, श्री अख्तर मियां निजामी अखिल भारतीय सूफी परिषद, श्री वामिक मियां वारसी खनकाह देवा ,श्री सैयद अली मियां वारसी खानकाह देवा, आली जनाब सैयद शरीफ अहमद साहब बहराइच अंजुमन जुल्फिकारे हैदरी बहराइच, आली जनाब सुल्तान मियां साहब के साथ मौलाना रजा हुसेन, मौलाना अली अब्बास खान, मौलाना हबीब हैदर, मौलाना शबाहत हुसैन, मौलाना सरकार हुसैन, मौलाना फिरोज हुसैन और अन्य उलमा मोजूद रहे।