शतक जमाकर पुजारा ने की शानदार वापसी
कोलम्बो टेस्ट में भारत के आठ विकेट पर 292 रन
कोलम्बो: आठ महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे सलामी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा के अनुशासित और धैर्यपूर्ण शतक और अमित मिश्रा के साथ उनकी रिकार्ड साझेदारी की मदद से भारत ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के बारिश से प्रभावित दूसरे दिन पहली पारी में आठ विकेट पर 292 रन बनाए। पहले दिन भी कल बारिश के कारण सिर्फ 15 ओवर का खेल हो पाया था जबकि आज भी अंतिम सत्र में बारिश आ गई।
पुजारा ने अपना सातवां शतक जड़ते हुए 277 गेंद में 13 चौकों की मदद से नाबाद 135 रन की पारी खेलने के अलावा मिश्रा (59) के साथ आठवें विकेट के लिए रिकार्ड 104 रन जोड़े जिससे भारत पांच विकेट पर 119 रन की मुश्किल स्थिति से उबरने में सफल रहा। मिश्रा ने अपने तीसरे टेस्ट अर्धशतक के दौरान 87 गेंद का सामना करते हुए सात चौके मारे।
श्रीलंका के खिलाफ आठवें विकेट के लिए यह भारत की ओर से रिकार्ड साझेदारी है। इससे पहले का रिकार्ड पूर्व कप्तान कपिल देव और लक्ष्मण शिवरामकष्णन के नाम था जिन्होंने पी सारा ओवल में छह सितंबर 1985 को 70 रन की साक्षेदारी की थी। सिंहलीज स्पोटर्स क्लब पर भी यह आठवें विकेट की साझेदारी है। साथ ही मिश्रा की यह पारी इस मैदान पर नौवें नंबर के बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर है।
पुजारा ने इससे पहले अलावा कप्तान विराट कोहली (18) के साथ तीसरे विकेट के लिए 50, रोहित शर्मा (26) के साथ चौथे विकेट के लिए 55 और विकेटकीपर नमन ओझा (21) के साथ छठे विकेट के लिए 54 रन जोड़कर टीम को कुछ स्थिरता दी। श्रीलंका की ओर से धम्मिका प्रसाद (83 रन पर चार विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे। उनके अलावा नुवान प्रदीप, रंगना हेराथ, एंजेलो मैथ्यूज और थारिंडु कौशल ने भी एक एक विकेट हासिल किया।
भारतीय टीम आज दो विकेट पर 50 रन से आगे खेलने उतरी और उसकी दिन की शुरूआत अच्छी नहीं रही। टीम सुबह के सत्र में 30.5 ओवरों में 69 रन ही जोड़ पाई जबकि उसने दो विकेट गंवाए। दूसरे सत्र में हालांकि टीम ने वापसी करते हुए 31.1 ओवर में तीन विकेट पर 101 रन बनाए। तीसरे सत्र में बारिश के कारण 18.3 ओवर का ही खेल हो पाया जिसमें भारत ने 72 रन जोड़कर मिश्रा का विकेट गंवाया। प्रसाद ने दिन के पहले ही ओवर में कप्तान विराट कोहली (18) के खिलाफ पगबाधा की दो विश्वसनीय अपील की जिसे अंपायर नाइजेल लांग ने ठुकरा दिया।
दूसरी तरफ प्रदीप ने भी पुजारा को परेशान किया। पुजारा और कोहली ने 23वें ओवर में तीसरे विकेट के लिए 50 रन की साक्षेदारी पूरी की लेकिन मैथ्यूज की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में कोहली विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
रोहित इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे। उन्होंने आते ही हेराथ के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने बायें हाथ के इस स्पिनर पर छक्का भी जड़ा। रोहित की सकारात्मक शुरूआत से पुजारा में भी जोश भर गया। पहले 15 ओवर में हालांकि टीम इंडिया एक विकेट खोकर सिर्फ 22 रन ही जोड़ पाई।
पुजारा ने कौशल के पहले ही ओवर में तीन चौके मारे जिससे 41वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा हुआ। दो ओवर बाद सौराष्ट्र के बल्लेबाज पुजारा ने अर्धशतक पूरा किया। पुजारा और रोहित ने 117 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। प्रसाद लंच से पूर्व अंतिम ओवर फेंकने आए और उनकी आउटस्विंगर पर रोहित ने स्लिप में उपुल थरंगा को कैच थमा दिया। प्रसाद ने लंच के बाद पहली ही गेंद पर स्टुअर्ट बिन्नी (0) को भी पगबाधा करके भारत का स्कोर पांच विकेट पर 119 रन कर दिया।
पदार्पण कर रहे ओझा (54 गेंद में तीन चौके) ने इसके बाद पुजारा के साथ मिलकर पारी को संभाला। दोनों ने छठे विकेट के लिए तेजी से 54 रन जोड़े। दोनों ही बल्लेबाज नियंत्रण में दिखे और दोनों ने स्पिनरों के खिलाफ रन बटोरे जबकि तेज गेंदबाजों का भी आसानी से सामना किया। ओझा हालांकि कौशल की गेंद पर खराब शाट खेलकर पवेलियन लौट गए। रविचंद्रन अश्विन (05) एक बार फिर बल्ले से नाकाम रहे और प्रसाद का चौथा शिकार बने।
मिश्रा ने इसके बाद पुजारा का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने 70वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। पुजारा ने इसके बाद रंगना हेराथ की गेंद पर एक रन के साथ 214 गेंद में शतक पूरा किया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर 2013 में जोहानिसबर्ग में 153 रन की पारी खेलने के बाद पुजारा का यह पहला शतक है। इस बीच यह बल्लेबाज 22 पारियों में शतक जड़ने में नाकाम रहा।
चाय के बाद पुजारा भाग्यशाली रहे जब 121 रन के निजी स्कोर पर कप्तान मैथ्यूज की गेंद पर लांग लेग पर प्रदीप ने उनका कैच छोड़ दिया। मिश्रा ने अगले ओवर में हेराथ पर चौके के साथ 71 गेंद में अपना तीसरा टेस्ट अर्धशतक पूरा किया।
मिश्रा हालांकि इसके बाद अधिक देर नहीं टिक पाए और हेराथ की गेंद पर स्टंप हो गए। बायें हाथ के इस स्पिनर की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में मिश्रा के बल्ले का अंदरूनी किनारा लगा और गेंद उनके पैड से टकराने के बाद विकेटकीपर कुशाल परेरा के करीब पहुंच गई जिन्होंने स्टंप उखाड़ने में कोई गलती नहीं की। पुजारा ने इसके बाद इशांत शर्मा (नाबाद 02) के साथ पारी को आगे बढ़ाया लेकिन इसके बाद बारिश आ गई और खेल रोकना पड़ा जो दोबारा शुरू नहीं हो पाया।