टीम इंडिया के कोच पर फैसला सितंबर में
कोलंबो: बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने आज इसकी पुष्टि की कि भारत के नये मुख्य कोच पर फैसला क्रिकेट सलाहकार समिति से मशविरे के बाद सितंबर में लिया जायेगा । भारतीय टीम को अक्तूबर में दक्षिण अफ्रीका से घरेलू श्रृंखला खेलनी है ।
दक्षिण अफ्रीका भारत के 72 दिन के दौरे पर चार टेस्ट, पांच वनडे और तीन टी20 मैच खेलेगा । ठाकुर ने कहा कि नये कोच की नियुक्ति का फैसला उन्होंने क्रिकेट सलाहकार समिति पर छोड़ दिया है जिसमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं ।
उन्होंने दिये इंटरव्यू में कहा ,‘ किसी भी टीम के लिये पूर्णकालिक कोच बहुत जरूरी है । हमने इस पर फैसला लेने में कुछ समय लिया है लेकिन सितंबर में हम कोच की घोषणा कर देंगे ।’ ठाकुर ने कहा ,‘ शास्त्री पिछले कुछ महीने से टीम निदेशक हैं और भारतीय टीम के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है । भारतीय खिलाड़ियों की उनके बारे में अच्छी राय है लिहाजा मसला यही है कि यदि हम पूर्णकालिक कोच नियुक्त करते हैं तो ढांचा क्या होगा । भारतीय टीम के साथ 10 लोग तो नहीं रह सकते ।
ठाकुर ने कहा ,‘ हमने क्रिकेट सलाहकार समिति पर फैसला छोड़ दिया है जो तय करेगी कि कितने लोगों की जरूरत है। गेंदबाजी कोच, बल्लेबाजी कोच, पूर्णकालिक कोच या निदेशक । वे फैसला लेकर बोर्ड को सितंबर में बतायेंगे और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला से पहले हम फैसला ले लेंगे ।’ यह पूछने पर कि स्पिन गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम के अच्छा नहीं खेल पाने से क्या बोर्ड चिंतित है, ठाकुर ने कहा ,‘ इस मसले पर कप्तानों और कोचों के सम्मेलन में भी बात की गई ।’
उन्होंने कहा ,‘ पिछले कुछ साल में हमने हरी भरी और उछाल वाली पिचें बनाई है । हमने पिछले टेस्ट में बल्लेबाजों को स्पिनरों के सामने जूझते देखा । पहली पारी में भारत ए के मैच में भी स्पिनरों ने पांच विकेट लिये । हमें घरेलू ढांचा और पिच की तैयारियों पर गौर करना होगा ।’ डीआरएस के बारे में पूछने पर ठाकुर ने कहा ,‘ यह एक व्यक्ति या संघ के किसी व्यवस्था के खिलाफ होने की बात नहीं है ।
हमें देखना होगा कि हमारे पास सौ फीसदी सटीक व्यवस्था क्यों नहीं है । पिछले कुछ महीने में आपने देखा होगा कि हमने कई मैच हारे और वापिस आने पर हम यही कहते रहे कि यह मैच हार गए , अब हमें डीआरएस पर विचार करना चाहिये । सिर्फ हारने पर किसी प्रणाली के बारे में सोचना ठीक नहीं हमें समग्र रूप से उसका आकलन करना होगा कि क्या यह सौ फीसदी सटीक होने के करीब है ।’ उन्होंने कहा ,‘ बीसीसीआई की तकनीकी समिति के अध्यक्ष अनिल कुंबले और अन्य इस सिलसिले में अमेरिका गए थे । इसमें सुधार की गुंजाइश है और यदि ऐसा होता है तो विकल्प बंद नहीं है ।’