जीपीओ को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाय: राजकुमार
काकोरी काण्ड दिवस पर स्मृति सभा का आयोजन
लखनऊ। जी0पी0ओ0 (रिंकी थियेटर) को काकोरी शहीद स्मृतिका के रूप में राष्ट्रीय धरोहर घोषित की जाय। काकोरी के कर्मवीरों की मुकदमें की सुनवायी जीपीओ में ही हुर्इ थी। सरकार काकोरी शहीदों के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाये। हम सभी का फर्ज बनता है कि अपने शहीदों और बलिदानियों का स्मरण कर उनके स्वपनों को साकार करने के लिए समर्पित भाव से अपनी भूमिका सुनिशिचत करें। सरकार काकोरी शहीदों की स्मृति में जी0पी0ओं को राष्ट्रीय संग्रहालय घोषित करें।
उक्त बातें काकोरी काण्ड दिवस के अवसर पर काकोरी स्मृतिका जीपीओ पार्क में सुमंगलम परिवार एवं कर्तव्या फाउण्डेषन द्वारा आयोजित काकोरी स्मृति सभा में सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने कही। उन्होंने सभी को अपनी प्रतिभा-क्षमता शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए समर्पित करने की संकल्प दीलायी।
कर्तव्या फाउण्डेशन के महासचिव डा0 हरनाम सिंह ने कहा कि शहीदों से प्रेरणा लेकर हम, सभी परिवार-समाज, राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों का र्निवहन करें तभी भारत विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में खड़ा होगा। क्रानितकारियों ने विषम परिसिथतियों में देश के लिए प्राण न्योक्षावर किये आज जरूरत है हम युवाओं को देश के लिए जीने की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह -संघ चालक सुभाष चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रानितकारियों द्वारा बि्रटिश राज के विरूद्ध भयंकर युद्ध छेड़ने की खतरनाक मंशा से हथियार खरीदने के लिए बि्रटिश सरकार का ही खजाना लुटना ऐतिहासिक घटना थी। काकोरी में ट्रेन लूटकर क्रानितकारियों ने अंग्रेजी हुकूमत को देश छोड़ने के लिए विवश कर दिया। समाज-राष्ट्र का कार्य करने के लिए प्रबल इच्छा शकित की जरूरत होती है और इच्छा शकित शहीदों-क्रांतिकारियों के पुण्य स्मरण से ही आता है।
संत राधाकृष्ण मिश्र ने स्मृति सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सशक्त एवं समृद्ध भारत के लिए देश के क्रानितकारियों और बलिदानियों के बताये मार्ग पर चले। शहीदों के पुन्य स्मरण से ही भारत विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में खड़ा हो सकेगा। समृति सभा को प्रमुख रूप से समाज सेवी लोकेश , संदीप चतुर्वेदी, ब्रजनंदन यादव , सुनील , सीताराम ने सम्बोधित किया।