लोकायुक्त अधिनियम संशोधन विधेयक का करेगी विरोध भाजपा: डा0 बाजपेयी
लखनऊ: प्रदेश के लोकायुक्त की नियुक्ति में मुख्य न्यायधीश की भूमिका समाप्त करने पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी आपत्ति जतायी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि यादव सिंह प्रकरण पर सीबाीआई जांच के बाद अखिलेश सरकार आसन्न राजनैतिक भूचाल को भांपकर बौखला गयी है।
डा0 बाजपेयी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने मनमर्जी के लाकोयुक्त की चाहत के नाते सरकार ने उक्त कदम उठाये है। मनमर्जी का लोकायुक्त सपा राज में हुए आर्थिक घोटाले एवं बसपा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के काम आयेगा। यादव सिंह प्रकरण पर सपा-बसपा का भ्रष्टाचार के मुद्दे पर गठजोड़ जनता के सामने बेनकाब हो गया है।
डा0 बाजपेयी ने वर्तमान लोकायुक्त एवं डीजीपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मा0 न्यायालय ने सीबीआई को जिन बिन्दुओं पर जांच करने को कहा है उन्हीं बिन्दुओं पर सीबीसीआईडी में रहते हुए वर्तमान डीजीपी ने और लोकायुक्त ने यादव सिंह को क्लीनचिट दी है। इसलिए सीबीआई को अपने जांच में इनकों भी शामिल करना चाहिए।
डा0 बाजपेयी ने कहा कि भाजपा विधानसभा में यथाशाक्ति विधयेक का विरोध करेगी और यदि अखिलेश सरकार बसपा से मिलकर अपने बहुमत बल से इसे पास करवा लेती है तो हम राज्य के संवैधानिक प्रमुख महामहिम राज्यपाल से आग्रह करंेगे कि उक्त अलोकतांत्रिक लोकायुक्त अधिनियम संशोधन विधेयक पर सहमति न दें।