कश्मीर मुद्दे पर ‘राजनीतिक समाधान’ की बात महज़ एक नारा है: राम माधव
नई दिल्ली : भाजपा महासचिव राम माधव ने कश्मीर मुद्दे के लिए एक ‘राजनीतिक समाधान’ की मांग आज खारिज करते हुए कहा कि यह ‘रोमांटिक’ लोगों द्वारा बनाया गया महज एक ‘नारा’ है और जो लोग भारतीय संविधान में विश्वास नहीं करते, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
अलगाववादियों पर कड़ा रख अपनाते हुए माधव ने दावा किया कि ऐसे लोगों की घाटी में जारी अशांति का समाधान निकालने में दिलचस्पी नहीं है और वे ‘हिंसा को बढ़ावा देकर और निर्दोष लोगों के मारे जाने का आनंद ले रहे हैं।’ उन्होंने ‘देश के भीतर सुरक्षा’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘ हमें इस देश में एक खास सुरक्षा संस्कृति की जरूरत है। इसकी भारी कमी है। एक राष्ट्र के तौर पर हम रोमांटिक लोग हैं। हमें नारों से बहुत खुशी मिलती है। जब हम बयान देते हैं तो उसका अर्थ हमें पता नहीं होता। हर नेता बिना थके यह बयान देता रहता है कि हमें एक राजनीतिक समाधान निकालना है। राजनीतिक समाधान आसान और अंतिम है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।’’
विभिन्न पार्टियों द्वारा यह मांग किए जाने कि सरकार सभी भागीदारों से बात करे, माधव ने कहा, ‘ बातचीत का कोई विकल्प नहीं है। रणनीति के दरम्यान कभी कभी कहा जाता है कि बातचीत, रणनीति का हिस्सा है और बातचीत नहीं करना भी रणनीति का हिस्सा है। एक रणनीति के तहत आप बात नहीं करते। रोमांस के तहत आपको हमेशा बात करनी होती है।’ माधव का यह बयान संभवत: अलगाववादियों द्वारा कुछ विपक्षी नेताओं से मिलने से इनकार के संदर्भ में था जो एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के तौर पर घाटी में गए थे। उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘ हमारी सरकार की नीति स्पष्ट है। आतंकियों और आतंक से सख्ती से निपटा जाएगा और जो लोग भारत के संविधान में विश्वास नहीं करते, उनसे भी कड़ाई से निपटा जाएगा।’