काश! हेमा जैसा इलाज मासूम सोनम को भी मिलता?
जयपुर। राजस्थान के दौसा के पास लालसोढ तिराहे के पास गुरूवार रात एक कार दुर्घटना में अपने दो वर्षीय बेटी सोनम की जान गंवाने वाले पीडित परिवार ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनका ध्यान वीआईपी पर था जबकि अन्य घायलों की अनदेखी की गई।
गुरूवार रात को एमपी सांसद हेमा मालिनी की मर्सिडीज एक ऑल्टो कार में जा घुसी। ऑल्टों में अपने माता-पिता और भाई-बहिन के साथ गाड़ी में�सवार 2 साल की सोनम की मौत हो गई। सोनम के पिता हनुमान खंडेलवाल (31), उनकी पत्नी शिखा (26), बेटा सोमिल (4) और सीमा (45) भयानक सड़क हादसे में घायल हो गए। वहीं दूसरी तरफ मर्सिडीज कार में सवार अभिनेत्री हेमा मालिनी और उनके साथी भी घायल हो गए।
हेमा मालिनी को दुघर्टना में नाक और माथे पर चोट लगी जिसके बाद उनको दौसा से 50 किलोमीटर दूर जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और अन्य घायलों सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान फोर्टिस�हॉस्पिटल में हेमा मालिनी की सर्जरी की गई। खबरों के मुताबिक आज हेमा मालिनी जयपुर से रवाना होगी। दुखी खंडेलवाल परिवार के लोगों का कहना हैं कि अगर सोनम का तुरंत इलाज किया जाता तो उसकी जिंदगी बचाई जा सकती थी।
कार दुर्घटना में घायल परिवार के परिचित राजीव गुप्ता का कहना है कि एक ही दुर्घटना में घायल लोगों का उपचार दो तरीके से किया जा रहा है। अभिनेत्री हेमा मालिनी को तुरंत जयपुर के फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जबकि सोनम के परिवार के सदस्यों को सवाई मानसिंह अस्पताल में भेजा गया जहां उनका काफी देर बाद इलाज किया गया। उनका कहना हैं कि हमरा दर्द ये हैं कि जैसा ट्रीटमेंट सांसद को दिया गया वैसा हमें क्यों नहीं दिया गया।