प्रधानमंत्री चुप रहने की कला सीख रहे हैं: गोविंदाचार्य
नई दिल्ली : बीजेपी के पूर्व महासचिव और कभी धाकड़ संगठन मंत्री रहे गोविंदाचार्य ने कहा है कि ललित मोदी कांड में केंद्र सरकार को नैतिकता से मुंह नहीं मोड़ना चाहिये और आरोपी मंत्रियों को तुरंत इस्तीफा देना चाहिये।
गोविंदाचार्य ने एक टीवी चैनल से इंटरव्यू में कहा कि ललित मोदी कांड में फंसे मंत्रियों को बचाने की कोशिश जनता में सरकार के इक़बाल को कम कर रही है। गोविंदाचार्य ने कहा, ‘समाज चलता है नैतिकता से। सरकारें चलती होंगी कानूनी दांवपेंच से। अभी जनता में यह पैगाम जा रहा है कि मंत्रियों को कानूनी दांवपेंच की मदद से बचाने की कोशिश हो रही है… न्याय को नैतिकता से अलग करने की कोशिश हो रही है। न्याय को नैतिकता से काटकर नहीं देखा जाना चाहिये।’
ललित मोदी कांड में गोविंदाचार्य ने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर चुटकी लेते हुये कहा कि लगता है कि वो (प्रधानमंत्री) चुप रहना सीख रहे हैं। जब गोविंदाचार्य से वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज के इस्तीफे के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस्तीफा मांगने की ज़रूरत ही नहीं पड़नी चाहिये और खुद ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफे होने चाहिये। उन्होंने कहा, ‘जब लाल बहादुर शास्त्री रेल मंत्री थे तो उन्होंने खुद ही इस्तीफा दिया था ना। नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया। किसी ने उनका इस्तीफा मांगा थोड़ी था।’ इस इंटरव्यू में गोविंदाचार्य ने यह भी कहा कि कई लोगों को लग रहा है कि सरकार में टीम भावना कमज़ोर हो रही है। संस्थाओं को कमज़ोर किया जा रहा है। गोविंदाचार्य ने कहा, ‘सरकार में सीएजी का मखौल उड़ाया गया है और लोकपाल पर ढिलाई बरती गयी है। सरकार को समझना चाहिये कि लोकतंत्र में संवाद और विश्वास ज़रूरी है।’