ललित मोदी प्रकरण : मोदी, शाह और जेटली में मंत्रणा
नई दिल्ली : आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा कथित मदद पहुंचाए जाने को लेकर विपक्ष जहां सरकार को घेरने में जुटा है। वहीं, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जेटली की पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष शाह से हुई बैठकों का ब्यौरा नहीं मिल पाया है लेकिन समझा जाता है कि बैठकों में सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के ऊपर लगाए जा रहे आरोपों पर चर्चा हुई।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि राजे के कथित हलफनामे को भाजपा गंभीरता से ले रही है, ऐसे में जेटली की पीएम और अमित शाह के साथ हुई बैठकों को काफी महत्व दिया जा रहा है।
ब्रिटेन में इमीग्रेशन के मामले में जब ललित मोदी को गवाहों की जरूरत थी तब वसुंधरा राजे से बतौर गवाह एक हलफनामा दिया था। इसी हलफनामे के चलते वह इस मुसीबत में फंसी हैं। ललित मोदी ने खुद कहा है कि साल 2011 में जब वह ब्रिटेन में प्रवास बढ़ाना चाहते थे, तब राजे ने मामले को गोपनीय बनाए रखने की शर्त पर उनकी इमीग्रेशन अर्जी का समर्थन किया था। राजे ने यह मान लिया है कि उन्होंने ललित मोदी के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये थे।
आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी विवाद में फंसी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थन में अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता उतर आए हैं। वसुंधरा का समर्थन करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कोई भी ‘दागी’ नहीं है। पार्टी ने ब्रिटेन के आव्रजन के लिए ललित मोदी के आवेदन का वसुंधरा की ओर से समर्थन करने के लिए दिखाए जा रहे दस्तावेजों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए। जेटली ने अमेरिका से स्वदेश लौटने पर दिल्ली हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि कोई भी दागी नहीं है।
वसुंधरा राजे ने पार्टी हाइकमान को दो टूक शब्दों में कह दिया है कि वे किसी हाल में राजस्थान की मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उनके पद छोडने की परिस्थितियां बनाई जाएंगी, तो भाजपा के लिए मुश्किल होगी।
उधर, ‘ललित मोदी प्रकरण’ पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस ने कहा कि सरकार द्वारा यह कहना ‘फासीवाद’ है कि भाजपा का कोई मंत्री इस्तीफा नहीं देगा। कांग्रेस ने कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। कांग्रेस ने भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘हिचकिचाहट’ को लेकर सवाल उठाया और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की उनकी उस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि राजग के कोई मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे। कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि 21 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र के दौरान मोदी सरकार को घेरने के लिए वह इस मुद्दे पर अन्य राजनीतिक दलों को भी एकजुट करने का प्रयास करेगी।