लखनऊ: उ०प्र०माध्यमिक कंप्यूटर अनुदेशक एसोसिएशन (साजदा संगठन) के नेतृत्व में प्रदेश का 4000 माध्यमिक कंप्यूटर शिक्षक आज शिक्षक दिवस के अवसर पर काली पट्टी बांधकर अपना सम्मान पाने के लिए लक्ष्मण मेला मैदान पर अनिश्चित कालीन धरने के पन्द्रहवें दिन भी बैठा रहाA और शिक्षक हितैषी कही जाने वाली समाजवादी सरकार के कानों तक इन भूखे प्यासे शिक्षकों कि आवाज़ नहीं पहुँची।
आई० टी० हब का सपना देखने वाले मुख्यमंत्री के सूबे में बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देने वाला 4000 कंप्यूटर शिक्षक पिछले 2 सालों से बेरोजगार घूम रहा है और मुख्यमंत्री लैपटॉप बाँटे जा रहे हैं। जबकि माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा 2 सालों से ठप्प है और लाखों रुपयों के कंप्यूटर उपकरण विद्यालयों में धूल फांक रहे हैं।
संगठन की प्रदेश अध्यक्ष कु० साजदा पवार के नेतृत्व में 29 अगस्त को 4000 कंप्यूटर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय (एनेक्सी भवन) घेरा था, जिसके दौरान प्रशासन ने तीन दिन के अन्दर मुख्यमंत्री से वार्ता कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज सात दिन निकलने के बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री से वार्ता नही कराई गई, जिससे 4000 कंप्यूटर शिक्षकों में काफी आक्रोश व्याप्त है, उनका कहना है कि जब तक हमें हमारा अधिकार नही मिल जाता, तब तक हम लखनऊ छोड़कर नहीं जायेंगे चाहे इसके लिए किसी भी हद तक गुजरना पढ़े।
प्रदेश अध्यक्षा कु० साजदा पंवार का कहना है कि माध्यमिक कंप्यूटर शिक्षकों की सेवा बहाली से सम्बन्धित जल्दी कोई आदेश जारी नही होता है, तो कंप्यूटर शिक्षक विवश होकर कोई आत्मघाती कदम भी उठा सकता है, या आमरण अनशन शुरू करेगा, उन्होंने ये भी बताया कि विगत दो वर्षो से 4000 माध्यमिक विद्यालयो में कंप्यूटर शिक्षा बंद है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार इस ओर ध्यान नही दे रही है, जबकि 14 सितम्बर 2015 को मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री की सहमति व 14 मार्च 2016 को मुख्यसचिव, सचिव (वित्त, कार्मिक और न्याय) और प्रमुख सचिव की लिखित सहमति हुई थी, लेकिन अभी तक पत्रावली जारी नहीं हुई।