नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एक पत्रकार को जिंदा जलाने की सनसनीखेज वारदात हुई है। जानकारी के मुताबिक मारा गया पत्रकार मध्य प्रदेश के बालाघाट का रहने वाला था और खनन माफिया और चिटफंड घोटालों के खिलाफ लगातार खबरें दे रहा था। आरोप है कि खनन माफिया के तीन गुर्गों ने पत्रकार संदीप कोठारी का बालाघाट से अपहरण कर लिया और उसे नागपुर ले जाकर जिंदा जला दिया। पत्रकार का जला हुआ शव महाराष्ट्र में वर्धा के निकट स्थित एक खेत में मिला।

कटंगी के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जे.एस. मरकाम ने बताया कि इस सिलसिले में पुलिस ने कटंगी निवासी तीन लोगों राकेश नसवानी, विशाल दांडी एवं बृजेश डहरवाल को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने पत्रकार संदीप कोठारी का अपहरण कर उसे जिंदा जला दिया था। उन्होंने कहा कि पुलिस को पता चला है कि तीनों गिरफ्तार आरोपी अवैध खनन और चिटफंड के कारोबार से जुड़े हुए हैं और पत्रकार पर उनके खिलाफ अवैध खनन का एक स्थानीय अदालत में दर्ज प्रकरण वापस लेने का दबाव बना रहे थे। पुलिस को आशंका है कि संदीप इसके लिए राजी नहीं था और संभवत: उसे इसकी ही कीमत चुकानी पड़ी है।

मकराम ने कहा कि हम सभी दृष्टिकोणों को ध्यान में रखकर प्रकरण की विवेचना कर रहे हैं और कटंगी पुलिस की एक टीम इस समय वर्धा में है। हालांकि पत्रकार संदीप के अपहरण और हत्या पर किसी निर्णय पर अभी पहुंचना जल्दबाजी होगी। उन्होंने बताया कि संदीप कोठारी 19 जून की रात 9 बजे अपनी मोटरसाइकिल से मित्र ललित राहंगडाले के साथ उमरी गांव की ओर जा रहा था, तभी किसी चार पहिया वाहन ने मोटरसाइकिल को टक्कर मारी और उसमें सवार लोगों ने ललित को मारपीट कर भगा दिया और संदीप को अपहरण कर ले गए।

एसडीओपी ने कहा कि पुलिस ने उस कार को बरामद कर लिया है, जिससे संदीप का अपहरण किया गया था। गौरतलब है कि संदीप, जबलपुर स्थित कुछ अखबारों के लिए कटंगी तहसील में संवाददाता का काम कर चुका है और पिछले कुछ समय से स्वतंत्र पत्रकारिता कर रहा था।